सात करोड़ के घाटे में मेरठ दुग्ध संघ, कमिश्नरी पर किया प्रदर्शन

पीसीडीएफ की नीतियां गलत, बढ़ाएं दूध का खरीद मूल्य

<सात करोड़ के घाटे में मेरठ दुग्ध संघ, कमिश्नरी पर किया प्रदर्शन

पीसीडीएफ की नीतियां गलत, बढ़ाएं दूध का खरीद मूल्य

Meerut.Meerut। पराग दुग्ध संघ पर मनमाने रवैए का आरोप लगाते हुए दुग्ध उत्पादकों ने सोमवार को कमिश्नरी चौराहे पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने विरोध स्वरूप दूध सड़क पर बिखेर दिया और कटोरा लेकर भीख मांगी। दुग्ध उत्पादकों ने पीसीडीएफ के अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के जांच की मांग की।

घाटे में मेरठ दुग्ध संघ

कमिश्नरी पर सोमवार को जनपद के विभिन्न इलाकों से आए दुग्ध उत्पादक एकत्र हुए। दुग्ध उत्पादक संघ के योगेश प्रधान ने कहा कि गंगोल सहकारी दुग्ध संघ, समितियों से दूध न खरीदकर ठेकेदारों से दूध ले रहा है। समितियों के दुग्ध उत्पादकों को फ्फ् रूपये दिए जा रहे हैं जबकि निजी डेयरी कंपनियां फ्7 रूपये प्रति लीटर तक मूल्य दे रही हैं। आरोप लगाया कि पीसीडीएफ की गलत नीतियों के कारण मेरठ दुग्ध संघ सात करोड़ रूपये घाटे में है।

अधिकारी कर रहे कमीशनखोरी

प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों पर कमीशनखोरी का आरोप लगाया। ज्ञापन में दुग्ध उत्पादकों को चार रूपये प्रति लीटर सब्सिडी दिए जाने की मांग की गई। दूसरे प्रदेशों के किसानों का दूध प्रदेश में बेंचा जा रहा है। दुग्ध समितियों के सचिवों का कमीशन बढ़ाने की मांग की गई। जबकि गगोल दुग्ध संघ के प्रबंधक एससी वर्मा के मुताबिक पचास पैसे खरीद मूल्य बढ़ाया जा

चुका है और तो और निजी डेयरियों से अधिक भुगतान किया जा रहा है।