RANCHI: वाहो-वाहो गोबिन्द सिंह आपे गुरु चेला, मैं हूं परम पूरख को दासा देखन आयो जगत तमाशा, तुम हो सब राजन के राजा आपे आप गरीब नवाजाशबद गायनों से शुक्रवार को रांची निहाल हो गई। स्त्री सत्संग सभा के शबद गायन के साथ दीवान की शुरुआत होते ही हजुरी रागी जत्था भाई भरपूर सिंह एवं साथियों, भाई मेहताब सिंह एवं साथियों ने ऐसा समां बांधा की पूरी रांची झूम उठी। मौका था गुरुवार श्री गुरु नानक सत्संग सभा कृष्णा नगर कॉलोनी की ओर से प्रकाश पर्व के मौके पर विशेष दीवान व नगर कीर्तन के आयोजन का।

लुधियाना वाले ने बांधा समां

ज्ञानी मंजीत सिंह जी ने कथा वाचन कर गुरु गोबिन्द सिंह जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने देश एवं समाज की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि बिना भक्ति के गुरु की प्राप्ति नहीं हो सकती है। दीवान में विशेष रूप से शिरकत करने पहुंचे सिख पंथ के महान रागी जत्था भाई जीवन सिंह जी एवं साथी लुधियाना वाले ने भी शबद गायन कर समां बांध दिया।

हजारों श्रद्धालुओं ने लंगर चखा

दोपहर ख्.क्भ् बजे आनंद साहिब जी के पाठ, अरदास, हुक्मनामा एवं प्रसाद वितरण के साथ दीवान की समाप्ति हुई। इस मौके पर गुरु का अटूट लंगर भी चलाया गया, जिसमें हजारों की संख्या मे सभी धमरें के लोगों ने एक साथ पंगत मे बैठकर गुरु का लंगर चखा। सभा के सचिव रामकृष्ण मिढा ने साध संगत को प्रकाश पर्व की बधाई दी।

गुरु ग्रंथ साहिब का नगर भ्रमण

लंगर के बाद गुरुद्वारा साहिब से फूलों से सजी सवारी पर श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी को विराजमान किया गया। फिर पांच निशानची विक्रम सिंह, शरणदीप सिंह, हर्षित सिंह, हरविन्दर सिंह तथा सरबजीत सिंह छावड़ा एवं पंज प्यारे की अगुवाई में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। जो मेट्रो गली, रातु रोड, प्यादा टोली, महावीर चौक, शहीद चौक, शास्त्री मार्केट, सर्जना चौक, मेन रोड गुरुद्वारा, चर्च कॉम्पलेक्स, रोस्पा टॉवर, सुजाता चौक होते हुए पीपी कंपाउंड स्थित गुरु नानक स्कूल पहुंच कर संपन्न हुआ। नगर कीर्तन में पटना से आए जमाल बैंड तथा पंजाब से आई गतका पार्टी आकर्षण का केन्द्र रहीं।