छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: भुईयांडीह में 11 साल के एक नाबालिग ने पहले पड़ोसी के घर चोरी करने की कोशिश की। चोरी करने की कोशिश करते लोगों ने देख लिया तो उसे मारने-पीटने की चेतावनी दी जाने लगी। इससे भयभीत होकर उसने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और पेंसिल छीलने वाले ब्लेड से अपना गला काट लिया। शुक्र है कि, गले में काटने से गहरा जख्म नहीं हुआ। हल्का सा गला कटने से चिकित्सकों ने उसे बचा लिया।

डर से किया ऐसा

दरअसल कमरा बंद कर उसके गला काट लेने की सूचना जब लोगों को हुई तो उन्होंने आनन-फानन दरवाजा धक्का मार कर खोला और मोटरसाइकिल से उसे एमजीएम अस्पताल पहुंचाया गया। यहां पर चिकित्सकों ने तुरंत उसका इलाज शुरू किया। चिकित्सकों ने बताया कि गले पर ब्लेट से काटने का जख्म गहरा नहीं था, इसके लिए खतरे की कोई बाद नहीं। चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी। नाबालिग के भाई ने बताया कि उनकी मां नहीं है। पिताजी कुछ करते नहीं हैं। वह खुद एक होटल में काम कर छोटे भाई को पढ़ाता है। उसने बताया कि उसके मन में जाने क्या आया कि वह चोरी करने चला गया? इसकी जानकारी मुझे नहीं है। नाबालिग सीतारामडेरा के एक स्कूल में कक्षा चार का छात्र है। वह अपने पिता व भाई के साथ किराये के मकान में रहता है। घटना की जानकारी मिलने के बाद बस्ती के लोगों ने एमजीएम अस्पताल पहुंचकर नाबालिग का हाल जाना। लोगों का कहना था कि वह पड़ोसी के घर से दो हजार रुपये की चोरी कर निकल रहा था, तभी उसको आस-पास के लोगों ने देख लिया। इसके बाद उसे मारने-पीटने की धमकी दी जाने लगी थी।

बागबेड़ा में छात्र ने कर ली थी खुदकशी

हफ्ते भर पहले बागबेड़ा में एक 11 साल के छात्र ने खुदकशी कर ली थी। छात्र पढ़ाई को लेकर तनाव में था। तनाव के कारण उसने फंदे से झूल कर खुदकशी कर ली थी।