- खाली सीटों पर मेरिट नहीं की जा रही सार्वजनिक

- ड्राफ्ट वापसी के लिए चक्कर लगा रहे बीटीसी अभ्यर्थी

आगरा। डायट में बीटीसी की खाली शीटों के बाद भी मेरिट डाउन नहीं की जा रही है। चयनित अभ्यर्थी अपनी शीटों को छोड़कर गृह जनपद में प्रवेश ले रहे हैं। ऐसी स्थिति में ड्राफ्ट वापसी प्रक्रिया को पूरा कराने का हवाला दिया जा रहा है।

41 हजार का ड्राफ्ट लगाया है

बीटीसी में प्रवेश के लिए डायट प्राचार्या वीना सत्या द्वारा प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया है। वर्तमान में ड्राफ्ट वापसी का कार्य चल रहा है। ऐसे अभ्यर्थी, जो मेरिट लिस्ट से बाहर हैं, उनके द्वारा जमा कराया गया 41 हजार का ड्राफ्ट विभाग द्वारा वापस किया जा रहा है। पिछले तीन दिन से डायट परिसर में हंगामे की स्थिति चल रही है। शनिवार को भी ड्राफ्ट वापसी के लिए सैकड़ों अभ्यर्थी कार्यालयों में भटकते देखे गए।

इस तरह सीट होंगी रिक्त

विभाग द्वारा शासनादेश पर बीटीसी में रिक्तियों को भरने का कार्य पूरा कर लिया है। रिक्तियों को भरने का कार्य प्रदेश के सभी जिलों किया जा रहा है। आगरा जिले में सीटों की संख्या अधिक होने पर आस-पास के जिलों से हजारों बीटीसी अभ्यर्थियों ने आगरा डायट में आवेदन किया है, लेकिन मेरिट लिस्ट जारी होने पर उक्त अभ्यर्थियों का चयन उनके गृह जनपद में हो चुका है। ऐसी स्थिति में वह आगरा डायट की सीट को छोड़ने के लिए मजबूर हैं।

डाउन नही की गई मेरिट

बीटीसी अभ्यर्थियों के शीट छोड़ने के बाद भी विभाग द्वारा ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं किया है, इससे प्रतीक्षा सूची वाले अभ्यर्थियों को राहत मिल सके। विभाग की ऐसी मंशा से साफ स्पष्ट हो रहा है कि बीटीसी की रिक्त सीटों को गुपचुप तरीके से भरने की तैयारी की जा रही है।

चयनितों के रोके ड्राफ्ट

विभाग द्वारा दूसरे जिले में चयनितों के ड्राफ्ट अभ्यर्थी द्वारा मांगे जाने के बाद भी वापस नहीं किए गए हैं। इसके पीछे विभाग की मंशा खाली सीटों को मनमाने तरीके से भरने की है। यदि अभी ड्राफ्ट वापस कर दिये जाते हैं तो खाली सीटों का विवरण शासन को भेजना पड़ेगा और मेरिट सार्वजनिक की जा सकती है। इस संबंध में डायट प्राचार्या से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने पटल प्रभारी से बात करने की कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।