-मंडे डीएम आवास के सामने एचडीएफसी बैंक में आया था परिजनों के साथ

-परिजनों को बैंक लाइन में छोड़कर मासूम रोड पर आकर रोने लगा पब्लिक ने पहुंचाया एएचटीयू

>BAREILLY: खाकी काजिक्र आते ही लोगों के जेहन में भले ही नफरत हो लेकिन मंडे को खाकी में ममता का रूप देखने को मिला। सुबह करीब 11:30 बजे एसएसपी ऑफिस में पहुंचे एक लावारिस मासूम के साथ एएचटीयू में देखा गया। एंटी ह्यूमन टै्रफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) प्रभारी इंस्पेक्टर ने मासूम को रोता देख तो उसे गोद में उठा लिया। इसके बाद मासूम को खिलौने भी दिए। जिससे मासूम अपने परिजनों को कुछ देर के लिए भूलकर खेल में लग गया। इसी बीच मासूम को ढूंढ़ते हुए एसएसपी आफिस पहुंची उसकी मां और नानी को बच्चा सौंप दिया गया।

सूचना पर पहुंची चाइल्ड लाइन

डीएम कम्पाउंड के सामने सुबह एक मासूम एचडीएफसी बैंक के सामने खड़ा रो रहा था। मासूम को रोता देख उधर से गुजर रहे राहगीर विष्णु मौर्य ने उसे एसएसपी आफिस में बने एएचटीयू ऑफिस इंचार्ज को सौंप दिया। पुलिस को देखकर मासूम और रोने लगा, लेकिन प्रभारी इंस्पेक्टर इशहाक हुसैन ने उसे समझाकर शांत करा दिया, और उसे खेलने के लिए खिलौने देकर खाने के आइटम भी मांग दिए। जिससे मासूम कुछ देर खेलने के बाद आफिस की बेंच पर ही सो गया। सूचना पर पहुंची चाइल्ड लाइन जैसे ही मासूम को लेकर सीडब्ल्यूसी पहुंचा उसी समय रोते हुए मासूम की मां राशि और नानी लक्ष्मी एसएसपी आफिस पहुंच गई।

नाना के साथ आया था बैंक

मासूम केशव की मां राशि ने बताया कि पति अंबाला में प्राइवेट जॉब करता है, इसीलिए वह मायके मां-बाप के पास मोहल्ला भूड़ बतासे बाली गली थाना प्रेमनगर में रहने लगी। सुबह को केशव नाना दीनदयाल के साथ एचडीएफसी बैंक आया था। दीनदयाल जैसे ही बैंक लाइन में पैसे निकालने के लिए लगे उसी दौरान केशव बैंक के नीचे बिक रहे खिलौनों को देखकर भटक गया, और बैंक के बाहर खड़े होकर राेने लगा।

जीआरपी को मिला मासूम

सैटेरडे रात को जीआरपी को रेलवे जंक्शन पर एक करीब 5 वर्ष का मासूम रात करीब 12 बजे रोता हुआ मिला। पुलिस ने मासूम को जीआरपी थाना ले गई और चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। चाइल्ड लाइन के काउंसलर ने मासूम से पूछताछ की तो उसने अपना नाम दिनेश, पिता का नाम रामपाल, मां दुलालो और गांव का नाम हथरसा बताया। हालांकि मासूम जनपद और थाना का नाम नहीं बता सका। चाइल्ड लाइन मासूम के परिजनों के तलाश में जुटी है।