RANCHI: विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में पहली बार शुक्रवार को कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन व बलराम साहू उर्फ डेविड को आमने-सामने बिठाकर पूर्व मंत्री राजा पीटर से एनआईए ने पूछताछ की। एक साथ तीनों आरोपियों से पूछताछ हो रही है। कुंदन व डेविड से दो दिनों तक पूछताछ की जाएगी। वहीं, पूर्व मंत्री राजा पीटर की रिमांड अवधि शनिवार को समाप्त हो जाएगी, जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूचना है कि पीटर की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए एनआइए फिर कोर्ट से आग्रह करेगी। क्योंकि तीन दिनों तक पूछताछ के दौरान एनआइए को पीटर से कोई खास जानकारी हाथ नहीं लगी है। इससे पहले एनआइए की टीम केंद्रीय कारा दुमका में बंद बलराम साहू उर्फ डेविड को लाने के लिए शुक्रवार की सुबह ही दुमका पहुंची थी, जहां से डेविड को लेकर रांची पहुंची। वहीं, कुंदन को लाने के लिए दोपहर करीब सवा तीन बजे जांच एजेंसी की टीम केंद्रीय कारा होटवार पहुंची थी।

फिर पीटर के घर व दफ्तर पहुंची एनआईए

पूर्व मंत्री राजा पीटर को लेकर जांच एजेंसी की एक टीम शुक्रवार की दोपहर तमाड़ के रायडीह स्थित पीटर के दफ्तर व घर भी पहुंची। वहां कागजात सहित रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड से जुड़े अन्य तथ्यों की पड़ताल की। तमाड़ से एनआइए ने कई दस्तावेज जुटाया है, जिसकी छानबीन की जाएगी। ताकि विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड से संबंधित इनपुट निकाला जा सके।

जेल में बंद एक पूर्व मंत्री से भी पूछताछ की तैयारी

रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में एनआइए की टीम जेल में बंद एक पूर्व मंत्री से भी पूछताछ की तैयारी में है। जांच टीम को जेल में बंद नक्सलियों से पूछताछ में जानकारी मिली है कि रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की सुपारी दी गई थी। इतनी बड़ी राशि कहां से आई, इस मसले पर जांच एजेंसी को सूचना है कि झारखंड के एक पूर्व मंत्री ने भी इस हत्याकांड में फंडिंग की थी।