-रामबिहारी चौबे के मर्डर के खुलासे को विधायक सुशील सिंह ने बताया फर्जी

--CM योगी से मिलकर की मामले की निष्पक्ष जांच की मांग

--STF के एक इंस्पेक्टर व IO पर लगाये गंभीर आरोप

VARANASI

चौबेपुर में ख्0क्भ् में रामबिहारी चौबे की हुई हत्या के खुलासे को बीजेपी विधायक सुशील सिंह ने फर्जी बताते हुए इस हत्याकांड में अपने ऊपर लग रहे आरोपों को गलत बताते हुए खुद को फंसाये जाने की बात कही। गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर विधायक ने कहा कि इस हत्याकांड के बाद चौबे के बेटे कक्कू चौबे ने मुख्तार अंसारी, अजय राय और विनित सिंह के कहने पर मुझको इस मामले में खींचा है। क्योंकि ये आरोप सही होते तो मैं खुद सीएम योगी से मिलकर मामले की जांच की मांग न करता। विधायक ने इस मामले को लेकर आईजी, डीआईजी और एसएसपी से भी मुलाकात की है। उनका कहना था कि मामले की जांच तो होनी ही चाहिए साथ में पहले रामबिहारी के परिवार और बेटों को सुरक्षा भी मिलनी चाहिए क्योंकि किसी भी घटना के बाद आरोप सीधे मुझ पर ही लगेगा।

महकमे पर उठाये सवाल

एमएलए सुशील सिंह ने कहा कि मुलाकात के दौरान सीएम ने मुझे भरोसा दिया है। सुशील सिंह ने एसटीएफ के एक इंस्पेक्टर और मामले की जांच कर रहे चौबेपुर एसओ पर मुख्तार के इशारे पर काम करने का भी आरोप लगाया। विधायक ने कहा कि चुनाव से पहले से मेरे खिलाफ साजिश चल रही है। इसी क्रम में नतीजे आने से पहले ही मेरी गैर मौजूदगी में मेरे घर पर सिर्फ सूचना के आधार पर छापेमारी की गई। एमएलए ने रामबिहारी के बेटे पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह खुद विरोधियों से मिला है और तभी बनारस आने पर मुन्ना बजरंगी और सुभाष ठाकुर से मिलने जाता था।