-सेंट्रल जेल में सिकरौरा नरसंहार मामले में बंद हैं आरोपी एमएलसी बृजेश सिंह

-जेल डॉक्टर्स के जांच कराने की संस्तुति पर जिला अस्पताल बना छावनी, बाद में जेल में ही हुआ चेकअप

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चर्चित सिकरौरा नरसंहार मामले में पेशी के अगले दिन सेंट्रल जेल में बंद आरोपी एमएलसी बृजेश सिंह की गुरुवार को तबियत खराब हो गयी। जेल के डॉक्टर ने जांच के बाद चेकअप कराने की सलाह दी। इस पर जेल सुपरिटेंडेंट ने दीनदयाल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स से सम्पर्क किया लेकिन बृजेश को जेल से बाहर नहीं निकाला गया। तब चेकअप जेल के अस्पताल में ही हुआ लेकिन इस दौरान उनके जिला अस्पताल में आने की आशंका पर पुलिस सतर्क रही। सुरक्षा के लिहाज से कैंट, शिवपुर व सारनाथ थाने के पुलिसकर्मी अस्पताल पहुंचकर तैनात हो गए। सुरक्षा को देखते हुए किसी भी प्राइवेट चार पहिया वाहन को हॉस्पिटल कैंपस में खड़ा नहीं करने दिया जा रहा था। बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी भी पहुंच गये। बाद में जब यह पता चला कि बृजेश नहीं आ रहे हैं तो सभी लौट गये।

देर तक रही असमंजस की स्थिति

इस बाबत सेंट्रल जेल शिवपुर के वरिष्ठ अधीक्षक अम्बरीष गौड़ का कहना है कि अलसुबह बृजेश को बुखार होने की जानकारी मिली थी। इस पर जेल के डॉक्टर ने चेकअप करने के बाद जांच कराने की संस्तुति की थी। ऐसा इन दिनों डेंगू और वायरल बुखार के फैले होने के चलते किया गया था। जेल की तरफ से तो एमएलसी बृजेश को जिला अस्पताल भेजे जाने की सूचना नहीं दी गयी थी। बाद में वहां के डॉक्टर ने जेल पहुंचकर जांच की। फिलहाल इलाज चल रहा है और कोई परेशानी नहीं है। अधीक्षक ने कहा कि जेल की तरफ से तो बृजेश को जिला अस्पताल ले जाने की खातिर फोर्स की मांग नहीं की गयी थी। हो सकता है जिला अस्पताल ने अपनी तरफ से पुलिस को इंफॉर्म कर फोर्स मांगी हो।