ALLAHABAD: जेल में कैदियों से मिलने के लिए समय लेने के लिए परिवार वालों को जेल में जाकर समय खराब नहीं करना पड़ेगा। अब उनको घर बैठे ही ई प्रिजन पोर्टल की मदद से कैदियों से मिलने का समय मिल जाएगा। सरकार की ओर से मुलाकात के लिए शुरू किए गए डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए लोग आसानी से कैदियों से मिलने का समय हासिल कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें ई प्रिजन पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इससे मुलाकातियों को जेल में जाकर मिलने के लिए बने काउंटर पर लंबी लाइन में खड़े होने की दिक्कत से मुक्ति मिल जाएगी। पोर्टल पर दिए फार्म को भरने के बाद आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और जेल में पहुंचते ही कैदी से मुलाकात हो जाएगी।

 

मुलाकातियों को देनी होगी डिटेल

कैदियों से मुलाकात के लिए लोगों को http://eprisons.nic.in/NPIP/public/Home.aspx पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। यहां पर न्यू विजिट रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर क्लिक करने पर एक फार्म ओपन होगा। इसमें विजिटर्स डीटेल और टू मीट दो फार्म ओपन होंगे। विजिटर्स डीटेल में मुलाकाती को अपनी पूरी डिटेल देनी होगी। ई मेल आईडी, मोबाइल नम्बर भी रजिस्टर्ड कराना होगा। इसके बाद दूसरे फार्म में कैदी का नाम, वह देश के किस जेल में बंद है, इसके साथ ही विजिट डेट भी फार्म में भरनी होगी। इसके बाद यूजर को एक रजिस्ट्रेशन नम्बर मिलेगा।

 

जेल में मुलाकात में नहीं लगेगा समय

ई प्रिजन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद जेल में मिलने पहुंचने वाले लोगों को मुलाकात के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पहले उन्हें पेटिशन राइट के पास जाकर मुलाकाती पर्ची बनवानी पड़ती थी, इसके बाद लाइन में लगना पड़ता था। इसके बाद ही मुलाकात संभव हो पाती थी।

 

एक ही बार कराना होगा रजिस्ट्रेशन

पोर्टल के जरिए मुलाकात करने वालों को पोर्टल पर सिर्फ एक ही बार रजिस्ट्रेशन करना होगा। दसके बाद उन्हें बार-बार अपनर डिटेल नहीं देनी होगी। सिर्फ पहली बार रजिस्ट्रेशन के बाद मिले नम्बर के जरिए वे हर बार मिलने का समय हासिल कर सकते हैं। पहली बार रजिस्ट्रेशन कराने के साथ ही वह नम्बर संबंधित व्यक्ति को अलाट हो जाएगा।

 

अभी है अवेयरनेस की कमी

जिले के नैनी एरिया में स्थित केन्द्रीय कारागार में भी यह सुविधा लोगों के लिए उपलब्ध है। इसके बाद भी ई पोर्टल के जरिए रजिस्ट्रेशन कराकर मिलने वालों की संख्या बेहद कम है। जेल डीआईजी बीआर वर्मा ने बताया कि लोगों में अभी इस पोर्टल को लेकर अवेयरनेश की काफी कमी है। यहीं कारण है कि लोग इसके लिए रजिस्ट्रेशन कम ही कराते हैं। हालांकि जेल में लोगों को इस पोर्टल के बारे में जानकारी देने के लिए काउंटर के पास ही बोर्ड पर जानकारी दी गई है। वर्तमान में सेंट्रल जेल में कैदियों के रिश्तेदारों को मिलने के लिए कम्प्यूटराइज्ड पर्ची बनवाने की सुविधा भी उपलब्ध करायी गई है।

 

जिले में यह सुविधा अभी बहुत प्रभावी नहीं है। लोग आज भी पुराने तरीकों को ही अपना रहे है। लोगों की जागरुकता के लिए जेल प्रशासन की ओर से कदम उठाया जा रहा है।

बीआर वर्मा

डीआईजी जेल