-कलेक्ट्रेट में मोबाइल मिल्क टेस्ट मशीन का हुआ इनॉगरेशन

-इलेक्ट्रानिक मिल्क अडल्ट्रेशन टेस्टर मशीन से दूध की होगी जांच

-40 सेकेंड में ही डिजिटल स्क्रीन पर आ जाएगी रिपोर्ट

VARANASI

अब दूध में मिलावट की जांच रिपोर्ट महीनों में नहीं, बल्कि ब्0 सेकेंड में ही डिजिटल स्क्रीन पर आ जाएगी। मौके पर ही दूध की शुद्धता की पोल खुल जाएगी। शहर में दूध में मिलावट की जांच के लिए खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन को इलेक्ट्रानिक मिल्क अडल्ट्रेशन टेस्टर (ईएमएटी) मशीन मिल गई है। यह मोबाइल दुग्ध टेस्टिंग लैब की तरह काम करेगी। दूध के सैंपल को जैसे ही मशीन में रखा जाएगा, चंद मिनट में ही उसकी रिपोर्ट डिजिटल स्क्रीन पर आ जाएगी। अधिकारी जांच कर मौके पर ही रिपोर्ट देंगे, साथ ही मिलावट पाए जाने पर विक्रेता के खिलाफ खाद्य सुरक्षा व मानक निर्धारण अधिनियम के तहत ऑन द स्पॉट कार्रवाई भी होगी। मंगलवार को कलेक्ट्रेट कैंपस में मोबाइल मिल्क टेस्ट मशीन का इनॉगरेशन एडीएम सिटी जितेंद्र मोहन सिंह व एडीएम प्रोटोलाल विद्याशंकर सिंह ने किया। इस दौरान सहायक (खाद्य) जेपी मौर्य, मंडलीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी महेंद्र यादव आदि रहे।

पहले दिन लिए ब्फ् नमूने

भोजूबीर, पांडेयपुर व पंचक्रोशी स्थित दूध मंडी में पहले दिन ही ब्फ् दूधियों से नमूने लिए गए। किसी में हानिकारक तत्व नहीं मिले। अभिहित अधिकारी डॉ। दीनानाथ यादव ने बताया कि यह मोबाइल मिल्क टेस्ट मशीन सार्वजनिक स्थानों और दूध बिक्री वाले स्थानों पर भ्रमण करेगीं और लोगों के दूध की जांच निशुल्क होगी।

यह होगी जांच

-दूध में मौजूद तत्वों की मात्रा का निर्धारण मानकों के अनुरूप है या नहीं

-सोडा, यूरिया, कार्बोनेट व साल्ट की उपस्थिति

- दूध में वसा की मात्रा

- दूध की डेंसिटी (घनत्व)

- लैक्टोज (शर्करा) की मात्रा

- दूध में पानी की मात्रा

- अन्य किसी तरह की मिलावट

मिलावटी दूध से ये है खतरा

मिलावटी दूध से शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। यूरिया, कॉस्टिक सोडा और इसमें मौजूद फोरमेलिन से गैस्ट्रोएंट्रटिटिस से लेकर इम्पेयरमेंट, दिल के रोग, कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां होती हैं। डिटजर्ेंट से पाचन तंत्र की गड़बड़ी और फूड प्वॉयजनिंग हो सकती है। उच्च एल्केलाइन से शरीर के तंतु क्षतिग्रस्त और प्रोटीन नष्ट हो सकते हैं।