- बीएसएनएल के कर्मचारी लाइट जाने पर नहीं चालू करते हैं बीटीएस

- लोड बढ़ने से कनेक्टिविटी की होने लगती है प्रॉब्लम्स

BAREILLY:

बीएसएनएल कर्मचारियों की बैड हैबिट मोबाइल यूजर्स के लिए मुसीबत बन गई है। बीटीएस सेंटर्स पर बैठे कर्मचारी लाइट जाने के बाद जेनरेटर स्टार्ट ही नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से सिग्नल की प्रॉब्लम्स शुरू हो जा रही है। टॉवर्स की फ्रिक्वेंसी वीक होने से कॉल कनेक्ट नहीं हो पा रही है। मोबाइल यूजर्स से मिल रही शिकायतों के बाद अधिकारियों की नींद टूटी हैं। जांच में उन्होंने पाया कि वाकई बीटीएस पर तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है, वह लापरवाही बरत रहे हैं। कुछ दिन पहले जियो कर्मचारियों द्वारा भी बीटीएस बंद करने का मामला सामने आ चुका है। इस मामले में कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की कई थी।

मोबाइल यूजर्स हो रहे परेशान

शहर में बीएसएनएल के टोटल 14 एक्सचेंज है। इनमें कैंट, चौपुला, राजेंद्रनगर, किला, मढ़ीनाथ, सुभाषनगर, लाल फाटक, महानगर, हार्टमन, बानखाना, प्रेमनगर, नार्थ सिटी, आरयू, एयरफोर्स गेट शामिल है। इन सभी एक्सचेंज के अंतर्गत 2 और 3 जी के 234 टॉवर्स लगे हुए हैं, लेकिन जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गयी है, वह अपना काम ठीक ढंग से नहीं कर रहे हैं। डीजल की बचत कर मार्केट में बेचने के लिए वह लाइट जाने पर बीटीएस को चालू करना मुनासिब नहीं समझते हैं, जिसकी वजह से टॉवर्स पर लगे माइक्रोवेब और जीएसएम एंटीना से निकलने वाली फ्रिक्वेंसी रुक जाती है और कॉल कनेक्ट नहीं हो पाती है। एक्सपर्ट की मानें तो प्रति बीटीएस की रेंज 3-4 किलोमीटर तक की होती है। एक टाइम में करीब 1250 मोबाइल यूजर्स बात कर सकते हैं। यदि कोई बीटीएस बंद रहता है, तो अदर बीटीएस पर लोड बढ़ जाता है। जिसके कारण कॉल जल्दी से कनेक्ट नहीं होती है।

नेट की स्पीड पर भी पड़ता है असर

कॉलिंग के अलावा इसका इफेक्ट नेट यूजर्स को भी भुगतना पड़ता है। यूजर्स इंटरनेट पैक थ्री जी का डला रहे हैं, लेकिन सुविधा टू जी जैसी मिल रही है। डिपार्टमेंट ने 94 थ्री जी टॉवर्स लगवा रखे हैं। जिनकी रेंज 500 मीटर का है, जो कि पूरे शहर को कवर करने में सक्षम नहीं हैं। ऊपर से कर्मचारियों की लापरवाही से बीटीएस का बंद होना और मुसीबत पैदा सकती है। ऐसे में टू जी टॉवर्स से नेट यूजर सब्सक्राइबर को सिग्नल मिलता है। एक टॉवर्स की कैपिसिटी 50 एमबी पर बंधी हुई है। यानि थ्री जी टॉवर्स के दायरे में यूजर्स एक साथ 50 एमबी से ज्यादा डाटा का यूज कर रहे तो, नेट की स्पीड कम हो जाती है। बीएसएनएल की थ्री जी की डाउनलोडिंग और अपलोडिंग स्पीड 2 मेगावॉट बिट पर सेकेंड (एमबीपीएस )है, लेकिन पुअर सिग्नल के कारण मोबाइल यूजर्स को टू जी 128 किलोवॉट बिट पर सेकेंड (केबीपीएस) डाउनलोडिंग और अपलोडिंग की स्पीड मिल रही है।

एक नजर

- 3 लाख मोबाइल यूजर्स।

- 15 एक्सचेंज।

- 134 मोबाइल टॉवर्स।

- 1 टॉवर की रेंज 3 किलोमीटर।

- 1250 मोबाइल यूजर्स एक समय में कर सकते हैं बात।

पुअर कनेक्टिविटी की शिकायत मोबाइल यूजर्स करते रहते हैं। यह भी शिकायत मिलती है कर्मचारी लाइट जाने पर बीटीएस चालू नहीं करते हैं। कर्मचारियों को सही से काम करने के निर्देश दिये गये हैं। लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

चरन सिंह, जीएम, बीएसएनएल