- घटना के बाद सूरज ने अपने पिता संतोष को फोन पर दी थी सूचना

- घर में रखे कैश को गोसाईगंज पहुंचाने के लिए कहा था

- पुलिस ने गोसाईगंज में रहने वाले मामा के घर से कैश बरामद किया

LUCKNOW :

पूर्व विधायक के बेटे की हत्या के बाद फरार सूरज ने करीब रात 10.05 मिनट पर अपने पिता ए1स आर्मीमैन और स4जी मसाला के कारोबारी संतोष शु1ला को फोन किया था। फोन पर सूरज ने बताया कि था कि वह वैभव से बात करने गया था और विक्रम ने उसे गोली मार दी। दोनों के बीच हुई वार्तालाप पिता संतोष के फोन पर रिकार्ड हो गई थी। सूरज की तलाश में दबिश देने गई पुलिस ने संतोष के मोबाइल की डिटेल निकाली तो उससे यह रिकॉर्डिग मिली है। जोकि पुलिस ने अहम सबूत के लिए सुरक्षित कर ली।

घर से कैश हटाने को कहा था सूरज ने घटना की जानकारी देने के साथ ही घर में रखे करीब 7-8 लाख रुपये को तत्काल हटाने के लिए पिता से कहा था। जिसे संतोष ने अपने गोसाईगंज में रहने वाले सूरज के मामा के पास पहुंचा दिया था। हालांकि रिकॉर्डिग से जानकारी होने पर पुलिस ने गोसाईगंज पुलिस की मदद से वह कैश बरामद कर लिया है।

सदन में हंगामे से पहले गिर3तारी का प्रयास

सोमवार से विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है। संभावना जताई जा रही है कि सत्र के दौरान पूर्व विधायक के बेटे की सनसनीखेज हत्या का मामला सदन में हंगामा खड़ा कर सकता है। लखनऊ पुलिस पर सत्र शुरू होने से पहले आरोपियों को पकड़ने का दबाव बढ़ गया है। शासन के साथ पुलिस के उच्च अधिकारी भी इसकी मॉनीटरिंग करने में जुटे हैं। दूसरी तरफ आरोपियों की गिर3तारी के लिए पुलिस कोई 5ाी कसर नहीं छोड़ रही है। परिवार के सदस्यों को हिरासत में लेने के साथ उसके रिश्तेदारों के घर दबिश दी जा रही है। यहां तक कि परिवारिक मित्रों से संपर्क कर सूरज की गिर3तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं।

तलाश में दो टीमें हुई रवाना

हत्यारोपी सूरज और विक्रम की तलाश में एसएसपी दीपक कुमार ने चार टीमें बनाई हैं। इसके अलावा क्राइम ब्रांच भी उनकी तलाश में जुटा है। हजरतगंज, हुसैनगंज और कृष्णा नगर पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार को कई जगह दबिश दी। रविवार शाम पुलिस की एक टीम कानपुर और दूसरी टीम इलाहाबाद और रायबरेली भी रवाना हुई है।

पूर्व विधायक के बेटे के हत्यारे की गिर3तारी के लिए चार टीम बनाई गई हैं। दोनों की लोकेशन इलाहाबाद और रायबरेली तक मिली है। इसके अलावा आरोपी सूरज और उसके पिता के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिग को भी सुरक्षित किया गया है जो कि बहुत अहम सुराग साबित होगा।

दीपक कुमार, एसएसपी लखनऊ