Varanasi: निकाय चुनाव को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है। इसलिए अगर आप भी परेशानियों से बचना चाहते हैं तो अपने लेवल पर भी तैयारी करके ही घर से निकले क्योंकि हो सकता है कि आपकी लापरवाही आपकी परेशानी बढ़ा दे। दरअसल चुनावों की घोषणा के बाद आचार संहिता लगते ही पुलिस प्रशासन नियमों को सख्ती से लागू कराने में जुट गया है। 50 हजार रुपयों से ज्यादा लेकर चलने वालों की पड़ताल से लेकर अवैध शराब की आमद रोकने के लिए आबकारी विभाग ने कमर कस ली है। ये सब सिर्फ इसलिए ताकि चुनावों में रुपये और शराब के बल पर वोटरों का रिझाने का काम न हो सके।

 

जरुरी है सक्रियता

चुनाव आते ही सड़क पर सख्ती के कारण सबसे ज्यादा परेशानी व्यापारी वर्ग को उठानी पड़ती है। वजह पुलिस प्रशासन चौराहों पर जबरदस्त चेकिंग करता है। इस वजह से एक जगह से दूसरी जगह रुपये लेकर जाने आने वाले व्यापारियों को परेशानी उठानी पड़ती है। बगैर कागज के रुपये होने पर जब्त भी होते हैं। खासतौर पर दूसरे जिलों या राज्यों से आये व्यापारी ज्यादा परेशान होते हैं। इसलिए जरुरी है कि आचार संहिता लगने के बाद निर्धारित रकम 50 हजार से ज्यादा लेकर निकले तो रुपये से संबधित कोई कागज जरुर साथ रखें। ताकि परेशानी से बचा जा सके।

 

बाहर की शराब रोकने की तैयारी

वहीं शराब की खपत भी इस दौरान ज्यादा बढ़ जाती है। बांटने के लिए सस्ते रेट पर शराब की खेप हरियाणा और पंजाब से मंगाई जाती है। जिसे ठेके वाले ऊंचा मुनाफा कमाने के लिए स्टॉक कर रखते हैं। इसलिए आबकारी विभाग ने शराब की अवैध रूप से आने वाली शराब के लिए नये सिरे से प्लानिंग की है। इसके तहत सभी शराब की दुकानों का औचक निरीक्षण होगा। जिसमे स्टॉक रजिस्टर के साथ स्टॉक को चेक किया जायेगा। अंतर मिलने पर दुकान सीज की भी कार्रवाई संभव है।

 

असलहा जमा कर दें 10 तक

चुनावी माहौल में असलहों के जमा करने को लेकर भी आयोग सख्त होता है। इसी के तहत जिला निर्वाचन अधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने जिले में जारी असलहा लाइसेंस धारकों को 10 नवंबर तक हर हाल में असलहा जमा कराने का आदेश दिया है।

 

 

आचार संहिता के तहत तमाम बंदिशें होती हैं। इसलिए पुलिस अपने स्तर पर कार्रवाई करती है। इसलिए जरुरी है कि किसी भी परेशानी से बचने के लिए लोग खुद सचेत रहें। क्योंकि चौराहों पर चेकिंग से लेकर शराब दुकानों की तलाशी जल्द शुरू की जायेगी।

दिनेश कुमार सिंह, एसपी सिटी