बड़े नोट बंद होने का फायदा बिजली, जलकल, आरटीओ, नगर निगम को मिला फायदा

-पांच सौ एक हजार की पुरानी नोट स्वीकार करने पर चंद दिनों में मिला करोड़ों रुपये का राजस्व

VARANASI

नोट बंदी ने पब्लिक से लेकर बिजनेसमैन और तमाम डिपार्टमेंट को परेशान कर रखा है लेकिन कुछ डिपार्टमेंट्स ऐसे भी हैं जिनको इसका खूब फायदा मिल रहा है। ये विभाग आठ नवम्बर को नोट बंदी की घोषणा से पहले कंगाल जैसी स्थिति में थे वो चंद दिनों में मालामाल हो गए। इनमें बिजली विभाग, नगर निगम, जलकल और परिवहन विभाग का नाम सबसे ऊपर है। इन्होंने पांच सौ और एक हजार के पुराने नोट को स्वीकार किया। पब्लिक अपने पास मौजूद ऐसे नोटों को सही इस्तेमाल करने के लिए बकाया बिल समेत एडंवास तक जमा कर दिया।

करोड़पति हुआ बिजली विभाग

नोट बंदी के बाद पुराने नोट स्वीकार करने का सबसे अधिक फायदा बिजली विभाग को मिला। पहले जहां बकाया बिल वसूलने के लिए दर्जन भर लोगों की टीम घर-घर पहुंचती थी। किसी ने बिल नहीं चुकाया तो हड़कान-चमकान के लिए कनेक्शन काटने से लेकर पुलिस की मदद भी लेनी पड़ती है। लेकिन नौ नवम्बर के बाद से हालात अचानक से बदल गए। कंज्यूमर लम्बी-लम्बी लाइन लगाकर रुपये जमा करने लगे। कोई एक लाख लेकर पहुंचा रहा था तो कोई पचास हजार। डिपार्टमेंट की ओर से रुपये जमा करने के लिए कैश काउंटर आधी रात तक खोलने पड़े। नौ और दस नवम्बर को पब्लिक थोड़ा गफलत में थी। क्क् को क्9 करोड़ रुपये जमा हुए। क्ख् को ख्8 करोड़ तक विभाग के राजस्व की वसूली पहुंच गयी। अगले दिन छह करोड़ और मिले।

कम हुई परेशानी

जलकल विभाग रुपये की कमी लम्बे अरसे से झेल रहा था। यहां तक कि कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी धन नहीं था। नोट बंदी के बाद अब काफी रुपये डिर्पामेंट के पास आ गए हैं। यही स्थिति नगर निगम और परिवहन निगम का भी है। क्क् नवम्बर तक नगर निगम को म्फ्.क्0 रुपये मिल चुके थे। जलकल विभाग ने म्0 लाख रुपये जमा किए। क्ख् को इसमें गृहकर के तौर पर फ्8.ख्क् लाख रुपये जुट गए। जलकर के तौर पर फ्8.भ्0 लाख रुपये जलकल विभाग के कैश काउंटर पर जमा हुए। क्फ् नवम्बर को फ्ख्.फ्ख् लाख की राशि नगर निगम को मिली है। वहीं जलकल विभाग ने ब्ख्.भ्0 लाख रुपये जमा किए। क्ब् को बैंकों की बंदी होने के बाद जलकल विभाग में जहां ब्क्.क्0 लाख रुपये का राजस्व जमा हुआ। वहीं नगर निगम को ब्क्.ख्9 लाख रुपये का राजस्व मिला। इस तरह जलकल विभाग को अब तक जलकर के तौर पर करीब ख्म्ब्.ब्8 लाख रुपये का राजस्व लाभ हुआ है। नगर निगम को भी गृहकर के तौर पर अब तक ख्ब्म्.88 लाख रुपये का राजस्व लाभ हुआ है। वहीं बाबतपुर स्थित संभागीय परिवहन कार्यालय सुबह से रात क्0 बजे तक खोला गया। बंदी के बावजूद शनिवार, रविवार और सोमवार को भी कार्यालय खुला। इन चार दिनों में तीन करोड़ भ्7 लाख रुपये का राजस्व मिला। सोमवार को करीब भ्0 लाख रुपये के राजस्व का लाभ हुआ।