- मौत के घर से लौटने के बाद भी कम नहीं हुआ हौसला

- एक्सीडेंट में घायल कांवडि़यों ने कहा बाबा को जल जरूर चढ़ाएंगे।

- श्रद्धा और भक्ति का भाव अब भी नहीं हुआ कम

Meerut: भोले की भक्ति ही कुछ ऐसी है। मंगलवार रात को मुजफ्फरनगर में हुए एक्सीडेंट में मेरठ रेफर किए गए कांवडि़यों ने अपने दिल का हाल बताया और कहा कि अभी कम नहीं हुआ है हौसला जरूर चढ़ाएंगे भोले को शिवरात्रि पर जल।

भोले की महिमा अपार

जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में भर्ती घायल कांवडि़यों ने कहा कि हमें नहीं पता था कि हमारे साथ ये हादसा हो जाएगा, लेकिन इतना जरूर कहते हैं कि भोले की महिमा अपार है। भोले से उनका प्यार खत्म नहीं हुआ है। उनका हौसला अभी भी बाकी है और वो भोले को शिवरात्रि पर जरूर जल चढ़ाएंगे।

भोले तेरा शुक्रिया

घायल कांवडि़यों ने कहा कि भोले उनकी श्रद्धा को जानते हैं। तभी तो इतने गंभीर एक्सीडेंट के बावजूद उन्होंने बचा लिया। जिंदगी और मौत से जूझ रहे कांवडि़यों के दिलों में भोले समाते हैं। उनके लिए भोले ही सब कुछ है। अब जब उनका एक्सीडेंट होने के बावजूद भगवान ने उन्हें बचा लिया तो ये श्रद्धा और भी बढ़ गई है।

मैं इस ग्रुप में सबसे छोटा था। शुक्र है शिव जी ने मुझे बचा लिया। मैं लेकिन जल जरूर चढ़ाउंगा।

प्रिंस

भगवान ने हमारी बहुत रक्षा की है। लेकिन दुख है कि हमारे तीन साथी की मौत हो गई।

प्रदीप

भगवान की श्रद्धा कम नहीं हुई है। हम बहुत आभारी हैं कि भगवान ने हमें बचा लिया।

पोथूराम

भोले के रंग में रंगी सिटी

रूद्गद्गह्मह्वह्ल: सावन में भोलों का शिवरात्रि पर भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए हरिद्वार से अपनी मंजिल तक की पद यात्रा अंतिम पड़ाव पर पहुंच गई है। ऐसे में मेरठ से रोजाना हजारों कांवडि़यों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है। भोले के रंग में रंगी सिटी पूरी तरह से भक्तिमय हो गई है।

सज गए शिविर

दिल्ली रोड से लेकर मोदीपुरम तक सैंकड़ों शिविर पूरी तरह से सज गए हैं। जहां पर शिवभक्त अपने लंबे सफर के बीच आराम कर रहे हैं। शिविरों में भोलों के लिए भंडारे का भी आयोजन किया गया है। जिसमें पाव भाजी से लेकर डोसा सब कुछ है।

लोगों की लगी भीड़

आकर्षक कांवड़ झांकियों को देखने के लिए लोगों की भी भीड़ सड़कों पर जुटने लगी है। जिससे शाम होते ही कांवड़ मेला अपने रंग में होता है। सड़कों पर चलने की जगह नहीं रहती है।

बारिश ने बढ़ाया हौसला

बुधवार को हुई तेज बारिश ने भोलों को गर्मी से भी छुटकारा दिलाया है। पिछले कुछ दिनों से मौसम का मिजाज सही नहीं था। तेज धूप से भोलों को अपना सफर तय करने में काफी कठिनाई भी हो रही थी। लेकिन बारिश होने से भोलों ने राहत की सांस ली।

सज गए शिवालय

कांवड़ यात्रा के बीच सिटी में शिवालय भी सजने शुरू हो गए हैं। डीआईजी के सत्यनारायण ने भी बुधवार को औघड़नाथ मंदिर की सुरक्षा का जायजा लिया। इस दौरान वो मंदिर की सुरक्षा से संतुष्ट नजर भी आए।