पिता और सौतेली मां समेत पांच आरोपी गिरफ्तार

भोजपुर के गांव बहादरपुर के जंगल में मिला था शव

भाई ने 26 फरवरी को कराई थी नामजद रिपोर्ट दर्ज

Meerut। भावनपुर गांव किनानगर निवासी संजीव के पिता व सौतेली मां ने ही ढाई लाख रुपये सुपारी देकर संजीव की हत्या कराई थी। एसपी देहात राजेश कुमार ने खुलासा करते हुए बताया कि मां-बाप समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो फरार हैं।

यह था मामला

गांव घूंघरावली, बुलंदशहर निवासी अभिषेक ने 23 फरवरी को अपने भाई संजीव उर्फ सन्नू की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। तीन दिन बाद भी सुराग न लगने पर अभिषेक ने 26 फरवरी को पिता ओमपाल, सौतेली मां सुरेखा और सुरेखा के भाई मोदीनगर के गांव रोरी निवासी नरसी व अमरपाल पर संजीव की हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। उधर 25 फरवरी को संजीव का शव थाना भोजपुर, गाजियाबाद के गांव बहादरपुर के जंगल में पड़ा मिला। पहचान न होने पर 28 फरवरी को अंतिम संस्कार करा दिया गया।

कत्ल का फैसला

एसपी देहात ने बताया कि ओमपाल ने 12 साल पहले सुरेखा से दूसरी शादी कर ली थी। संजीव उसकी पहली पत्नी का बेटा था। पिता द्वारा दूसरी शादी करने के बाद से वह उससे नफरत करने लगता था। मन-मुटाव के चलते ओमपाल सुरेखा के साथ गांव रोरी, मोदीनगर स्थित ससुराल में रहने लगा। संजीव ओमपाल पर पैसे देने का दबाव डालता रहा तो उसने पत्नी सुरेखा के साथ मिलकर संजीव की हत्या की योजना बना डाली।

हत्या में भूमिका

ओमपाल ने अपहरण व हत्या के लिए रोरी निवासी साले महेश से संपर्क किया। महेश ने गांव के ही सुनील से बात की तो उसने सारा काम मैनेज किया। सुनील ने गांव काशी निवासी बदलू, मोदीनगर के डबल स्टोरी गोविंदपुरी निवासी अशोक और दीपक को साथ लिया। पुलिस के मुताबिक ये तीनों भाड़े के हत्यारे हैं।

भरोसा जताकर विश्वासघात

योजनानुसार सुनील, बदलू और अशोक ट्रैक्टर खरीदने किनानगर आए। पहली ही मुलाकात में संजीव को झांसे में ले लिया। 21 फरवरी को अशोक, दीपक व सुनील नंगलामल शुगर मिल के पास ट्यूबवेल पर संजीव को बुला लिया.सभी ने मफलर से संजीव का गला घोंटा और फिर गले पर चाकू-बलकटी से वार कर हत्या कर दी।

गिरफ्तार

ओमपाल, पत्नी सुरेखा, अशोक पुत्र ओमपाल, बदलू पुत्र मुमताज, दीपक पुत्र रमेशचंद

फरार

सुनील व महेश, निवासी गांव रोरी, मोदीनगर

बरामदगी

संजीव का पर्स, 24 हजार रुपये, चाकू, बलकटी