PATNA/CHAPRA : रिविलगंज थाना क्षेत्र के सिताबदियारा स्थित रावल टोला के रहने वाले रामजी चौधरी को क्या पता था कि रविवार की रात उन उनके घर में 'बिजली' गिरने वाली है। बिजली की छोटी सी चिनगारी ने उनसे उनकी पत्नी और मासूम बेटे को छीन लिया। जब तक कोई कुछ समझता और करता तब तक उनकी खुशियां राख बन चुकी थी। इसी घटना की शिकार बनीं एक और बुजुर्ग महिला। जो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं।

-शॉर्ट सर्किट से लगी आग

बताया जाता है कि रामजी चौधरी के घर रात में खाना खाकर सभी लोग सो गए। उसी समय बिजली के शार्ट सर्किट से झोपड़ी में आग लग गई। देखते ही देखते आग की तेज लपटें उठने लगीं। झोपड़ी पूरी तरह से आग में घिर चुकी थी। दूसरी तरफ घर में सो रहे लोगों को जब तक पता चलता काफी देर हो चुकी थी। घर के एक कमरे में रामजी की पत्नी प्रमिला देवी व पांच वर्षीय पुत्र बलिराम सो रहा था। वे लोग आग की लपटों को देख बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन आग तेज होने के कारण फंस गए और झुलसने से दोनों की मौत मौके पर ही हो गई।

-लाखों रुपए की संपत्ति जली

घर के अंदर फंसे परिवार के अन्य सदस्यों को ग्रामीणों ने किसी तरह बाहर निकाला। इस दौरान आग की लपटें करीब म् घरों को भी अपनी चपेट में ले चुकी थी। ग्रामीणों के काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस घटना में 80 वर्षीय रामसुंदरी देवी भी बुरी तरह झुलस गई। वहीं ¨वदा चौधरी, रामसुंदरी देवी, राजबिहारी चौधरी, शंभू चौधरी, रामानंद चौधरी की झोपडि़यां भी जलकर नष्ट हो गई है। जबकि लाखों रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है।