Producer: Avi Arad, Matt Tolmach

Director: Marc Webb

Cast: Andrew Garfield, Emma Stone, Jamie Foxx, Dane DeHaan, Colm Feore, Felicity Jones, Paul Giamatti, Sally Field, Campbell Scott, Embeth Davidtz,

पीटर पार्कर (एंड्रयू गॉर फील्ड) के फादर अचनक गायब हो गए हैं और यंग पार्कर को ये बात परेशान करती रहते है कि उसका स्पाइडरमैन होना और अपने लिए ना सोच कर अपने कंट्री के लोगों के बारे में हमेशा सबसे पहले सोचना क्यों जरूरी है. इतना जरूरी कि वो अपने प्यार ग्वेन स्टेसी (एम्मा स्टोन) के साथ टाइम स्पेंड करने के लिए भी तरस जाए. इस फिल्म में हर मोड़ पर एक लड़ाई है कभी वो सामने है और कभी पीटर के सबकांशेस में. वो लड़ रहा है और उलझ रहा है.

उलझ हम भी रहे हैं कि क्यों इस फिल्म के कम से कम तीन डिफरेंट पार्टस नहीं हो सकते थे एटलीस्ट एक टाइम में एक ही विलेन सामने आता. भले ही वो एक ही र्सोस ऑसक्रॉप लेबोरेटरी से ही कनेक्ट होते. पीटर का सबसे अच्छा चाइल्डहुड फ्रेंड हैरी (डवेन डिहॉन) जब अपने फादर की डेथ के बाद ऑसक्रॉप का सीईओ बनता है तो क्यों वो ग्रीन गॉब्लिन भी बन जाता है और उसके सामने आ खड़ा होता है. वो ग्वेन के प्यार में पागल है या स्पाइडरमैन की दुश्मनी में ये तय करना पार्कर के लिए इतना मुश्किल क्यों हो जाता.

फिर वो ऑसक्रॉप का इंप्लाइ एक इलेक्ट्रीशियन मैक्स डिल्न अचानक इलेक्ट्रो (जेमी फॉक्स) बन कर उसके सामने आ जाता है. जिसका एक ही ड्रीम है न्यूयॉर्क को इलेक्ट्रिक, मर्सी और स्पाइडरमैन से खाली कर देना. क्यों है ऐसा भले ही सबकी हिफाजत करने का रास्ता खुद स्पाइडरमैन ने चुना था पर क्या खुद उसकी हिफाजत का कोई रास्ता बाकी था.

इस बीच कहानी के खत्म होने के पहले आ जाता है राइनो (पॉल जिमेटी) जिसका भी सीधा कनेक्शन ऑसक्राप से है और वो लेकर आया है ऐसा ऑर्मर सूट जिसका तोड़ फिल्हाल स्पाइडरमैन के पास नहीं है. ग्वेन भी नहीं है बस दर्द है और लड़ाई है.  

      

इस फिल्म की सबसे बड़ी यूएसपी इसका एक्शन है और सबसे बड़ी वीकनेस इसमें करेक्टर्स की भीड़भाड़. इतना सबकुछ एक ही पिक्चर में एकसाथ दिखाने की कोशिश में सबकुछ अनकहा सा रह गया है जो फिल्म से जुड़ी आपकी प्यास को बुझा नहीं पाता. एंड्रयू गॉरफील्ड ने पीटर पार्कर और स्पाइडरमैन दोनों रूप में इंप्रेस किया है अपने रोल के लिए वो राइट च्वाइस हैं. एम्मा स्टोन जो ताकतवर स्पाइडरमैन का ब्रेन हैं अपनी प्रजेंस दर्ज कराने साथ साथ इंपेक्ट भी छोड़ती हैं. सबसे बड़ी ज्यादती हुई है जेमी फॉक्स  के साथ जिनके टैलेंट और पोटेंशियल को कम स्पेस की वजह से एक्सप्लाइट नहीं किया जा सका है. जिस लेबल के एक्टर फॉक्स हैं उनके लिए करेक्टर की लेंथ कम पड़ गयी है.

इस फिल्म में स्पाइडरमैन को अपने पेरेंटस की लाइफ का रहस्य तो पता चल जाता है पर कहानी आगे कैसे चलेगी उस कोशिश में इस पार्ट की कुछ खूबसूरत चीजें मिस हो गयी हैं. हांलाकि कुछ बातें बेहद अच्छी भी हुई हैं जैसे हार्डकोर एक्शन के बीच स्पाइडरमैन का हृयूमरस और इमोशनल साइड बाहर आना. जैसे लंबे डायलॉग्स के चलते भागती हुई फिल्म में ब्रीदिंग स्पेस मिलना और सबसे बड़ी चीज है कमाल के एक्टर्स का दमदार परफार्मेंस फुल फ्लो में देखना. कमियां हों या ना हों अमेजिंग स्पाइडरमैन 2 ना देखना आपकी सबसे बड़ी भूल साबित होगी क्योंकि जो कमियां हमने बतायी हैं वो इसीलिए हैं क्योंकि ये एक शानदार फिल्म है.

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