-सरकार पर भी माफिया की मदद करने का लगाया आरोप

रून्ष्ठ॥श्वक्कक्त्रन्/क्कन्ञ्जहृन्: मधेपुरा के एमपी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बुधवार को कहा है कि लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में 'आपका सेवक आपके द्वार' कार्यक्रम के बाद उनपर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इससे पप्पू यादव नाराज हैं। खुर्दा स्थित आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर एमपी ने कहा है कि लोकसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप देंगे। गृह सचिव के दबाव पर आइजीआइएमएस के अधीक्षक ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। संडे को वे शांतिपूर्ण ढंग से पेशेंट्स की समस्याएं सुन रहे थे। करीब 60 पेशेंट्स की उन्होंने आर्थिक मदद भी की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के बाद सरकार ने दबाव डालकर केस कराया। उन्होंने पूछा कि लोकतंत्र में एक एमपी को क्या लोगों की समस्याएं सुनने का भी अधिकार नहीं है? क्या वे किसी की मदद भी नहीं कर सकते हैं?

लगातार मिल रही है धमकी

पप्पू यादव ने कहा कि जब एमपी रहते किसी की समस्या सुनने का अधिकार नहीं है तो इस पद पर रहने से कोई फायदा नहीं है। इसी कारण इस्तीफा देने का फैसला लिया है। एमपी ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और बालू माफिया निशाने पर लेने की कोशिश कर रहा है। कभी भी माफिया जानलेवा हमला करवा सकता है। लगातार धमकी भी मिल रही है। एमपी ने सरकार पर भी माफिया की मदद करने का आरोप लगाया है। पप्पू यादव ने कहा कि हत्या की साजिश रची जा रही है। अब दो ही रास्ते हैं, या तो जनता की मदद करते रहें या अपने पद से इस्तीफा दे दें।