- ऑर्डिनेंस तय करने के लिए आज होगी सभी एचओडी की बैठक

LUCKNOW (29 Sept):

लखनऊ यूनिवर्सिटी में एमफिल की आवेदन प्रक्रिया ऑर्डिनेंस न बनने के कारण अटकी हुई है। 26 सितंबर से पीएचडी और एमफिल दोनों ही कोर्सेज के आवेदन फॉर्म जारी किए जाने थे, लेकिन नए ऑर्डिनेंस के पेंच के चलते सिर्फ पीएचडी केही फॉर्म जारी किए जा सके। पीएचडी की तरह नए ऑर्डिनेंस में एमफिल की भी सीटें प्रोफेसरों की संख्या के आधार पर निर्धारित करने की बात कही गई है, जबकि एलयू में एमफिल की संख्या यूजी के कोर्सेज की सीटों की तरह तीस-तीस सभी कोर्स में निर्धारित होती है। ऐसे में अब इसमें फेरबदल किए बिना आवेदन नहीं लिये जा सकते।

पुराने नियम में भी फंसा पेंच

नए नियम में पेंच के चलते पुराने नियम के तहत एडमिशन कराए जा सकते हैं, लेकिन एलयू अब पूरी तरह पुराना नियम भी लागू नहीं कर पा रहा है, क्योंकि एलयू ने कार्यपरिषद की बैठक में एमफिल में पीएचडी की तरह अहर्ता में परिवर्तन कर दिया है। इसके तहत दिव्यांग और ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर के स्टूडेंट्स के लिए अहर्ता 55 से 50 प्रतिशत कर दी गई है। ऐसे में अगर पुरानी सीटें लेकर चलता है तो उसे अहर्ता के नियमों में बदलाव करने होंगे, जबकि अहर्ता के नियम नए रखता है तो सीटों की संख्या में फेरबदल करना होगा जो टेढ़ी खीर है।

आज सभी एचओडी की बैठक

एमफिल आवेदन प्रक्रिया को शुरू कराने के लिए फ्राइडे को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सभी एचओडी की बैठक बुलाई है, जिसमें नए ऑर्डिनेंस को लेकर चर्चा की जाएगी। एडमिशन कोऑर्डिनेटर प्रो। अनिल मिश्रा का कहना है, हमारी कोशिश है कि अक्टूबर के पहले वीक में एमफिल के सभी सीटों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकें।