कैसे हुई इंट्री संभव

गौरतलब है कि प्रदेश की जनपद उधमसिंहनगर पुलिस विधायक ठुकराल को एक मामले में तलाश कर रही है। कोर्ट द्वारा उनके खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट भी जारी किया गया है। डीजीपी के मुताबिक वैसे भी विधानसभा में इंट्री करने के लिए तमाम चेक प्वाइंट्स से गुजरना पड़ता है ऐसे में विधायक अंदर कैसे प्रवेश कर गए। ये भी देखना होगा कि उनके नाम के आगे किए गए सिग्नेचर की सत्यता कितनी है। कहीं ऐसा तो नहीं किसी और ने उनके नाम के आगे ठुकराल के हस्ताक्षर कर दिए।

क्यों नहीं नजर आए ठुकराल

जिस विधायक को पुलिस तलाश कर रही है उनका सिग्नेचर विधान सभा के इंट्री रजिस्टर में अंकित होना पुलिस के लिए भी सिर दर्द बनता जा रहा है। ट्यूजडे को विधान सभा की इंटरनल सिक्योरिटी में तैनात पुलिस ऑफिसर के साथ ही दून पुलिस के सीनियर ऑफिसर्स ने भी सीसीटीवी फुटेज देखा। हैरान करने वाली बात यह है कि अंदर लगे किसी भी कैमरे में राजकुमार ठुकराल की तस्वीर कैद नहीं हुई। डीजीपी द्वारा रेंज के डीआईजी अमित सिन्हा को सीसीटीवी फुटेज और बारिकी से देखकर पड़ताल करने के निर्देश दिए गए।

किस रास्ते से हुई इंट्री

सवाल सबसे अहम यह है कि अगर ठुकराल ने इंट्री रजिस्टर पर सिग्नेचर किए तो वे किस रास्ते से अंदर प्रवेश कर गए। विधान सभा में इंट्री करने का एक ही रास्ता है, जबकि दूसरा बाहर जाने का। ऐसे में क्या संभव है कि विधायक ने बाहर निकलने वाले रास्ते का इस्तेमाल कर अंदर प्रवेश किया। डीजीपी सिद्धू के मुताबिक विधान सभा के इस एरिया में सीसीटीवी कैमरा न लगे होने की बात पता लगी है। सुरक्षा की दृष्टि से ये गंभीर बात है। पुलिस विधान सभा सिक्योरिटी ऑफिसर से बात कर इस एरिया में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने की पहल करेगी।

कौन था ब्लैक कोट पैंट वाला शख्स

वांटेड विधायक के सिग्नेचर का सच जानने में जुटी पुलिस ने ट्यूजडे देर शाम तक ये पता कर लिया कि राजकुमार ठुकराल के नाम पर सिग्नेचर करने वाले शख्स का गेटअप क्या था। डीआईजी रेंज अमित सिन्हा ने बताया कि शुरुआती जांच में ये मालूम हुआ है कि सिग्नेचर करने वाला व्यक्ति क्लीन शेव के साथ ब्लैक कोट और पैैंट पहने हुआ था। पुलिस को ये जानकारी विधान सभा के उस जिम्मेदार कर्मी द्वारा दी गई जिसके पास इंट्री रजिस्टर होता है। सवाल उठता है कि क्या पुलिस को विधायक ठुकराल की पहचान नहीं थी।

कई स्केच जारी किए गए थे  

प्रदेश के पुलिस मुखिया दून पुलिस की लापरवाही पर खासे नाराज दिखे। उन्होंने कहा नरेंद्र मोदी के आगमन से पूर्व पुलिस द्वारा विधायक राजकुमार ठुकराल के एक दो नहीं बल्कि कई स्केच जारी किए गए थे, जिसमें उन्हें अलग-अलग धर्म के गेटअप में दिखाया गया था। डीजीपी ने कहा लगता है दून पुलिस ने स्केच को गंभीरता से नहीं लिया। अगर पुलिस के पास सभी स्केच मौजूद होते तो वांटेड विधायक विधानसभा के अंदर या फिर दून में प्रवेश नहीं कर पाते। प्रथमदृष्टया इसमें राजधानी पुलिस की लापरवाही प्रतीत हो रही है। उधमसिंहनगर पुलिस द्वारा भी इस बाबत दून पुलिस को आवश्यक जानकारी दी जा चुकी है। इंट्री रजिस्टर बाहर ले जाने की बात भी आ रही है जिस पर जांच की जाएगी हालांकि, विधानसभा के अंदर से रजिस्टर बाहर जा पाना आसान नहीं है।

विधायक राजकुमार ठुकराल द्वारा विधानसभा के इंट्री रजिस्टर में सिग्नेचर किए जाने की जांच कराई जा रही है। विधायक के खिलाफ कोर्ट द्वारा नॉन बेलेबल वारंट जारी किया गया है। ऐसे में वे किस तरह विधानसभा के अंदर पहुंच गए ये देखा जाएगा। अगर ऐसा हुआ है तो इसमें दून पुलिस की लापरवाही है। जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगी उसके खिलाफ जरूर एक्शन लिया जाएगा।

-बीएस सिद्धू, डीजीपी