इस बार हुआ कुछ ऐसा
मैच के दौरान न्यूजीलैंड की बैटिंग का दौर चल रहा था। 45वां ओवर था। बॉलिंग उमेश यादव के हाथ में थी। सामने बैटिंग कर रहे थे न्यूजीलैंड के रॉस टेलर। तीसरी गेंद पर बैटिंग करते हुए इन्होंने गेंद को फाइन लेग में खेला। धवल कुलकर्णी उसको फील्ड कर रहे थे। बॉल का थ्रो सीधे महेंद्र सिंह धोनी के ग्लव्स में पहुंचा। यहां नजारा कुछ ऐसा था कि धोनी बॉल को कैच करते समय विकेट की ओर पीठ करके खड़े थे। यहां धोनी का कमाल जैसे वाकई कोई जादू बन गया।
धोनी का अनुमान निकला सही
धोनी का यहां शायद अनुमान ही था कि रन के लिए दौड़ रहे रॉस टेलर अभी क्रीज पर नहीं पहुंच पाए हैं। इतने में स्टंप्स की ओर देखे बगैर उन्होंने बॉल पीछे की ओर विकेट पर मारी। देखते ही देखते विकेट की गिल्लियां उड़ गईं। स्टंप्स की लाइटें जल गईं। इस अनोखे काम के होने के बाद फील्ड अंपायर ने थर्ड अंपायर से फैसला मांगा। इतने में थर्ड अंपायर का फैसला आते ही स्टेडियम इंडियन क्रिकेट फैन्स के शोर से गूंज उठा। कारण था कि थर्ड अंपायर का फैसला भी धोनी के साथ ही था। धोनी की ऐसी विकेट कीपरिंग से लंबे समय से विकेट पर जमे हुए बल्लेबाज रॉस टेलर 35 रन बनाकर आउट हो गए।
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— BCCI (@BCCI) October 26, 2016
इससे पहले भी धोनी दिखा चुके हैं ऐसा कमाल
ये वो समय था जब मैच की आखिरी गेंद पर बांग्लादेश को जीत के लिए सिर्फ दो रन चाहिए थे। कप्तान धोनी ने अपने एक हाथ का ग्लव्ज तक निकाल दिया। उन्हें यकीन था कि बांग्लादेशी बल्लेबाज बीट होने के बावजूद रन चुराने के लिए भागेंगे जरूर। हुआ भी कुछ ऐसा ही। हार्दिक पांड्या की आखिरी गेंद सुवागता होम नहीं खेल पाए और रन लेने के दौड़ पड़े। इस बीच धोनी ने तेजी से दौड़ लगाई। देखते ही देखते इन्होंने रन के लिए दौड़ रहे मिस्ताफिजुर रहमान को आउट कर दिया। भारत ने मैच 1 रन के मामूली अंतर से जीत लिया। धोनी के इस अंदाज की प्रशंसा ऑन और ऑफ फील्ड खूब हुई। इसके साथ ही 20 साल पहले एक दूसरे भारतीय विकेटकीपर के मुकाबले धोनी की तस्वीर और भी साफ हो गई। इस तुलना के आधार पर कह सकते हैं कि एम एस धोनी भारत के सबसे बेहतरीन विकेटकीपर हैं।
इसके अलावा धोनी बना चुके हैं ये रिकॉर्ड्स भी
बात करें महेंद्र सिंह धोनी के नाम दर्ज हुए रिकॉर्ड्स की तो इनके टेस्ट, वनडे और ट्वेंटी-20 तीनों फार्मेट में अब तक 151 स्टंपिंग हो चुकी हैं। श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा 139 स्टंपिंग के साथ काफी पीछे छूट चुके हैं। इसके अलावा विश्वकप विजेता कप्तान धोनी ने अपने कॅरियर में 90 टेस्टों मैच खेले। इन टेस्ट मैचों में इन्होंने 38 स्टंपिंग, 281 वनडे में 91 स्टंपिंग और 73 ट्वेंटी-20 में 22 स्टंपिंग की है। तीनों फार्मेट में सबसे ज्यादा शिकार करने के मामले में धोनी 44 मैचों में 712 शिकार के साथ तीसरे नंबर पर हैं। इसके आगे बात करें धोनी के कैचों की तो इन्होंने अपने अब तक के कॅरियर में 561 कैच लपके हैं और 151 स्टंपिंग की हैं। धोनी से आगे आस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट और दक्षिण अफ्रीका के मार्क बाउचर हैं।
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