-कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ने स्पॉट के इनवेस्टीगेशन में पकड़ी कई खामियां

-पर डे दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर दौड़ती हैं सैकड़ों ट्रेनें

<-कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ने स्पॉट के इनवेस्टीगेशन में पकड़ी कई खामियां

-पर डे दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर दौड़ती हैं सैकड़ों ट्रेनें

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: सिराथू और अटसराय रेलवे स्टेशन के बीच हुई मूरी एक्सप्रेस डिरेलमेंट की घटना केवल एक हादसा था? सिस्टम की लापरवाही थी? या फिर किसी की साजिश? इन सवालों का जवाब ढूंढने के लिए रेल मंत्री सुरेश प्रभु के आदेश पर कमिश्नर रेलवे सेफ्टी प्रशांत कुमार बाजपेयी ने जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को सीआरएस ने लगभग पूरा दिन स्पॉट पर बिताया और एवीडेंस कलेक्ट किए। सीआरएस ने प्रथम दृष्टया मिस मैनेजमेंट को घटना का जिम्मेदार बताया है।

लाखों पैसेंजर्स की सुरक्षा का सवाल

मूरी एक्सप्रेस दुर्घटना की सीआरएस जांच इसलिए कराई जा रही है क्योंकि मामला लाखों पैसेंजर्स की सुरक्षा से जुड़ा है। जिस ट्रैक पर और जिस स्थान पर मंडे को मूरी एक्सप्रेस डिरेल हुई, उसी पटरी से पर डे राजधानी समेत कुल करीब चार दर्जन गाडि़यां गुजरती हैं। माल गाडि़यों को जोड़ दिया जाय तो यह आंकड़ा और ऊपर चला जाएगा। मंगलवार को मगध एक्सप्रेस से सीधे स्पॉट पर पहुंचे सीआरएस ने टूटी पटरियों को जोड़ कर देखा और फोटो खिंचवाई। मूरी एक्सप्रेस के कोच नंबर एस-फ्, एस-ब्, एस-भ्, एस-म् के गेट का ¨फगर प्रिंट लिया ताकि ये पता चले कि बोगी की साइड में किस ओर सबसे ज्यादा प्रेशर था।

पेंड्राल क्लिप गायब होना भी दायरे में

सीआरएस ने मूरी एक्सप्रेस डिरेलमेंट के साथ ही सिराथू-कनवार रेलवे स्टेशन के बीच ख्ब् मई की रात पेंड्राल क्लीप गायब किए जाने और रेलवे ट्रैक के नीचे जैक लगाए जाने को भी जांच के दायरे में रखा है। सीआरएस ने सिराथू और कनवार एरिया के पीडब्ल्यूआई अनिल यादव को बुलाया और उनसे बातचीत की। घटना से जुड़े कुछ सवालों के जवाब पीडब्ल्यूआई नहीं दे सके। इस पर सीआरएस ने उन्हें खरी खोटी सुनाई। स्टेशन मास्टर की कमी को पकड़ा।

कोई बख्शा नहीं जाएगा

-सीआरएस ने डीआरएम वीके त्रिपाठी से इंसीडेंट की प्वाइंट वाइज रिपोर्ट मांगी

-मंगलवार को दो घंटे खुद स्पॉट पर बिताए और तथ्यों को परखा

-जांच में उन्होंने कई गड़बडि़यां पकड़ी

-सिराथू और कनवार रेलवे स्टेशन मास्टर की भी लापरवाही सामने आई।

-सीआरएस ने डीआरएम से कहा, मिस मैनेजमेंट से हादसा हुआ

-घटना के लिए जिम्मेदार कोई भी बख्शा नहीं जाएगा

-सीआरएस बुधवार को दिन में दस बजे डीआरएम ऑफिस के कमेटी रूम में बैठेंगे

-ट्रेन में सफर करने वाली पब्लिक और स्थानीय लोग भी दर्ज करा सकते हैं बयान

जांच शुरू हो गई है। बुधवार को डीआरएम ऑफिस में घटना से जुड़ी जानकारी कोई भी व्यक्ति दे सकता है। मैं एक महीने के भीतर घटना की विस्तृत रिपोर्ट सौंप दूंगा।

वीके त्रिपाठी

सीआरएस