पीडीपी और भाजपा के बीच दो महीने की मैराथन बैठकों के बाद संडे को मुफ्ती मोहम्मद सईद के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में गठबंधन सरकार का गठन हो गया. इतिहास में पहली बार भाजपा यहां किसी सरकार का हिस्सा बनी है. लेकिन इसके साथ ही भाजपा के लिए नए विवादों का दरवाजा भी खुल गया. शपथ ग्रहण के तुरंत बाद प्रेस कांफ्रेंस में मुफ्ती ने ऐसा बयान दिया कि भाजपा नेतृत्व सन्नाटे में आ गया है.
सईद ने जम्मू में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, 'मैं ऑन रिकॉर्ड कहना चाहता हूं और मैंने प्रधानमंत्री से कहा है कि राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए हमें हुर्रियत, आतंकवादी संगठनों को श्रेय देना चाहिए.' इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए थे. जम्मू विश्वविद्यालय के जनरल जोरावर सिंह आडिटोरियम में सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में मुफ्ती मोहम्मद सईद ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उनके साथ पीडीपी व भाजपा के 24 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. शपथ लेने वालों में अलगाववादी संगठन पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद गनी लोन भी शामिल हुए जो अलगाववादी धारा को छोड़ कर पहली बार मंत्री बने हैं. उन्हें भाजपा कोटे से मंत्री बनाया गया है.
विपक्ष ने बयान पर उठाया सवाल मांगी सफाई
इस स्टेटमेंट के बाद विपक्ष को भाजपा को घेरने के लिए बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है. जम्मू कश्मीर राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का कहना है कि यह बिल्कुल गलत है कि पाकिस्तान या आतंकवादी संगठनों ने अनुकूल माहौल बनाया. नई सरकार 6-8 सरंपचों की हत्या और उरी में एक सैन्य शिविर पर आत्मघाती हमले को कैसे भूल सकती है. इस अटैक में सेना के ऑफीसर्स की मौत भी हुई थी. उनके विचार से असल में पाकिस्तान और आतंकवादी संगठनों ने राज्य में लोकतंत्र को अस्थिर करने की पूरी कोशिश की है.
आजाद ने नई गठबंधन सरकार को ऐसे गलत बयानों से बाज आने की अपील करते हुए कहा क्रेडिट तो जम्मू-कश्मीर की जनता और हमारे सैन्य बलों को दिया जाना चाहिए. जिन्होंने सीमा पर दिन-रात कड़ी चौकसी रखी. उन्होंने चुनाव आयोग को भी क्रेडिट देते हुए कहा कि उनकी मेहनत से चुनाव सही तरीके से हो सके.
"Pakistan, Huriyaat & Militants ALLOWED peaceful conduct of elections" says Mufti Syed. I guess we should be grateful for their generosity.
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) March 1, 2015
Dear @BJP4India please explain roll of security forces & polling staff considering your CM just said "Pakistan allowed elections in J&K".
— Omar Abdullah (@abdullah_omar) March 1, 2015
वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने भी बीजेपी से सफाई मांगी है. उन्होंने ट्वीट करके चुटकी लेते हुए कहा कि ‘मुफ्ती साहब कहते हैं कि पाकिस्तान, अलगाववादियों और आतंकियों ने चुनाव की इजाजत दी है, हमें इस बड़प्पन के लिए उनका आभारी होना चाहिए. अब भाजपा बताए कि उनके सीएम कह रहे हैं कि सफल चुनाव के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है तो सुरक्षाबलों व पोलिंग स्टाफ ने क्या किया.’ कई और राजनीतिक दलों ने मुफ्ती के बयान को क्रिटिसाइज करते हुए भाजपा से सफाई मांगी जबकि भाजपा ने इस बयान से कन्नी काटने की कोशिश की है. भाजपा नेता और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्हें इस बारे में नहीं मालूम और भाजपा का इससे कोई लेना देना नहीं है.
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