-मुगलसराय में तानाशाही रवैया आया सामने, पत्रकारों व व्यापारियों पर लाठीचार्ज के बाद बंद करा दी गई थीं चाय-पान की शॉप्स

-रेलवे स्टेशन के बाहर जीटी रोड किनारे शॉप्स पर रेल कर्मचारियों व पैसेंजर्स की भारी मात्रा में होती है गैदरिंग

VARANASI:

एशिया के सबसे बड़े यार्ड में मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम शुमार है। यहां से डेली ढाई सौ ट्रेन्स अप-डाउन करती हैं। लाखों पैसेंजर्स मुगलसराय से टै्रवल करते हैं। मुगलसराय में लगभग सोलह हजार से अधिक रेल कर्मचारी स्टे करते हैं। एक दिन में लगभग पांच हजार रेल कर्मचारी रेलवे स्टेशन सहित यार्ड में डे नाइट वर्क करते हैं। स्टेशन के बाहर जीटी रोड किनारे स्थाई तौर पर लगी चाय की शॉप्स पर पैसेंजर्स सहित रेल कर्मचारी चाय-नाश्ता करते हैं। लेकिन गुरुवार की देर शाम मुगलसराय इंस्पेक्टर अनिरूद्ध सिंह ने लाठीचार्ज कराने के बाद स्टेशन के दो सौ मीटर के दायरे में लगीं सभी शॉप्स को बंद करा दिया। इसके चलते शुक्रवार की सुबह तक लगभग पांच हजार रेल कर्मचारी व पैसेंजर्स चाय-नाश्ता से महरूम रह गए। उनके इस तानाशाही रवैये ने शॉपकीपर्स से उनकी रोजी छीनी व चाय-नाश्ता कर अपनी भूख शांत करने वालेां से उनकी 'रोटी'।

ख्ब् घंटे चलती है चाय-पान की दुकानें

देश के किसी भी कोने में जाने के लिए मुगलसराय रेलवे स्टेशन से ट्रेन मिल जाती है। इसलिये मुगलसराय में पैसेंजर्स की अच्छी खासी गैदरिंग रहती है। इसे देखते हुए रेलवे स्टेशन के बाहर जीटी रोड के किनारे स्थाई तौर पर चाय-नाश्ते की तमाम दुकानें लगी हैं जो कि ख्ब् घंटे खुली रहती हैं। इसके अलावा वहां पर स्टेशनरी व मोबाइल कम्यूनिकेशन आदि की भी शॉप्स हैं। लिहाजा परचेजिंग के वक्त कस्टमर अपने व्हीकल्स शॉप के सामने खड़े करते हैं। लेकिन यह बात इंस्पेक्टर को नागवार गुजरी और उन्होंने सभी शॉप्स को हटाने का फरमान जारी कर दिया। इसी बाबत जब आनंद गुप्ता व उनके जर्नलिस्ट भाई कृष्णा ने इंस्पेक्टर को बताया तो उन्होंने दोनों की जमकर पिटाई कर दी थी।

मिनी महानगर में मिनी कफ्र्यू !

मुगलसराय मिनी महानगर के नाम से भी मशहूर है। लेकिन पुलिस कर्मियों द्वारा पत्रकारों व व्यापारियों पर लाठीचार्ज करने के बाद मिनी महानगर में पुलिस की मिनी कफ्र्यू लगाया गया था। स्टेशन के आसपास खाकी का साया था जो कि लोगों को बेवजह डरा रहा था। जो भी रोड पर दिखा उसकी जमकर पिटाई हुई। लगभग दो घंटे से अधिक देर तक चले पुलिस के तांडव को देखकर व्यापारी व आस-पास की रेलवे कॉलोनियों के लोग गली मुहल्लों में दुबके रहे।

सस्पेंड नहीं होने पर होगी भूख हड़ताल

वहीं मुगलसराय की घटना को लेकर पत्रकारों का एक दल शुक्रवार को डीआईजी ऑफिस पहुंचा। हालांकि, कमिश्नर की मीटिंग में डीआईजी के शामिल होने से जर्नलिस्ट उनसे फेस टू फेस नहीं मिल सके। लेकिन उन्होंने ऑफिस में पीआरओ को कम्पलेन लेटर रिसीव करा दिया। कम्पलेन लेटर में जर्नलिस्ट्स ने ब्8 घंटे के अंदर मुगलसराय इंस्पेक्टर को संस्पेंड करने की डिमांड की है। ऐसा न होने पर उन्होंने भूख हड़ताल पर जाने की चेतवानी भी दी है।

मुझे कम्पलेन लेटर मिल गया है। इसकी जांच भी स्टार्ट हो गई है। अगर इंस्पेक्टर दोषी पाये गए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

एस.के भगत,

डीआईजी, वाराणसी रेंज