-मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर्स की फैसिलिटीज के लिए जल्द बनाया जाएगा स्कलेटर

-विकलांग व ओल्ड पैसेंजर्स को मिलेगी राहत, न्यू इयर में काम होगा स्टार्ट

VARANASI: एशिया के सबसे बड़े रेलवे यार्ड के रूप में फेमस मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर बुजुर्ग, विकलांग व लेडीज पैसेंजर्स को फुट ओवरब्रिज तक चढ़ने के लिए अब हांफना नहीं पड़ेगा। पैसेंजर्स को लगेज लेकर दो पार्ट में खड़ी सीढि़यों की चढ़ाई करने से जल्द छुटकारा मिलेगा। कैंट रेलवे स्टेशन की तरह अब मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर भी स्कलेटर लगाया जाएगा। पैसेंजर हॉल से फुट ओवरब्रिज तक स्कलेटर बनाए जाने का प्रपोजल पास हो चुका है। न्यू इयर स्टार्ट होते ही स्कलेटर बनाए जाने का वर्क स्टार्ट हो जाएगा।

रैंप के बाद स्कलेटर में काम

पैसेंजर हॉल के वीआईपी गेट के पास से स्कलेटर बनाए जाने की बात चल रही है। एक साइड सीढ़ी रहेगी, दूसरी ओर स्कलेटर बनाया जाएगा। हालांकि खड़ी सीढ़ी होने के कारण दूसरी ओर से भी स्कलेटर बनाए जाने का रास्ता तलाशा जा रहा है। रेलवे स्टाफ के मुताबिक वीआईपी गेट के बाहर विकलांगों व वीआईपी पैसेंजर्स के लिए बन रहा रैंप का वर्क भी लगभग कम्पलीट हो चला है। इसके बाद मेन सीढ़ी वाले रास्ते को ब्लाक कर स्कलेटर बनाया जाएगा।

ख्भ्0 ट्रेन्स का डेली अप-डाउन

पूरब से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण तक की ओर जाने के लिए मुगलसराय रेलवे स्टेशन से ट्रेन अवेलेबल रहती है। राजधानी एक्सप्रेस से लेकर पैसेंजर, मेल, एक्सप्रेस सहित टोटल ढाई सौ ट्रेनें मुगलसराय रेलवे स्टेशन से डेली अप-डाउन करती हैं।

फ्भ् हजार पैसेंजर्स की भीड़

मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर लगभग तीस से फ्भ् हजार पैसेंजर्स की डेली आवाजाही होती है। इसके अलावा प्लेटफॉ‌र्म्स पर एक लाख पैसेंजर्स का का डेली अप-डाउन होता है। टिकट रिजर्वेशन व बुकिंग ऑफिस से डेली चार से पांच लाख रुपये रेलवे को अर्निग होती है।

न्यू प्लेटफॉर्म पर फैसिलिटी नहीं

स्टेशन पर एक से छह नंबर तक प्लेटफॉ‌र्म्स हैं। ख्0क्ब् में सात व आठ नंबर न्यू प्लेटफॉर्म बनाये गये। इन प्लेटफॉ‌र्म्स पर डेली तीस जोड़ी से अधिक ट्रेनों का अप डाउन होता है। लेकिन इन प्लेटफॉ‌र्म्स पर पैसेंजर्स की फैसिलिटीज के लिए कोई खास अरेंजमेंट नहीं किया गया है। फूड स्टॉल्स सहित टॉयलेट की यहां कमी है।

स्कलेटर के लिए मुगलसराय रेलवे स्टेशन को सेलेक्ट किया गया है। प्रोजेक्ट रेडी है। बहुत जल्द वर्क स्टार्ट करा दिया जाएगा।

बी राम

पीआरओ, मुगलसराय रेलवे स्टेशन