- सऊद का पता नहीं, विदेशी असलहे लेकर हुआ गायब

- एसएसपी लखनऊ मंजिल सैनी ने की मुनीर से पूछताछ

- तड़के बिजनौर पुलिस मुनीर को लेकर वापस लौटी

LUCKNOW: एनआईए अफसर तंजील अहमद की हत्या करने वाले शातिर अपराधी मुनीर से उसके विदेशी असलहों के राज पता करने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। गुरुवार को राजधानी लाए गये मुनीर ने गुडंबा स्थित अपने ठिकाने से कंट्री मेड पिस्टल तो बरामद करायी, लेकिन उन विदेशी असलहों के बारे में कोई सुराग नहीं दिया जिससे उसने कई बड़ी आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया था। पुलिस को मुनीर के पास पहले से एक ग्लॉक पिस्टल होने का संदेह भी है लेकिन आशंका जताई जा रही है कि उसे सऊद अपने साथ लेकर फरार हो गया है। वहीं मुनीर और सऊद के मुंबई, अहमदाबाद और गोवा के कुछ ठिकानों का पता भी चला है।

तड़के भेजा गया वापस

चंद घंटों के लिए के लिए राजधानी आए मुनीर से केवल एसएसपी लखनऊ मंजिल सैनी ने ही कुछ देर पूछताछ की। आज तड़के 5.30 बजे उसे कड़ी सुरक्षा के बीच वापस बिजनौर भेज दिया गया। रात भर पूछताछ के दौरान उससे सऊद की लोकेशन के बारे में पूछा गया। लेकिन इस बाबत कोई भी जानकारी होने से उसने इंकार कर दिया। एसएसपी लखनऊ ने उससे नमन वर्मा हत्याकांड में इस्तेमाल की गयी 220 सीसी की पल्सर बाइक के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह अंबेडकरनगर के टांडा में खड़ी है। पुलिस ने उसके द्वारा बतायी गयी लोकेशन पर पुलिस टीम भेजकर पड़ताल की तो बाइक नहीं मिली। इससे संभावना जताई जा रही है कि तंजील हत्याकांड के बाद सऊद ने बाइक समेत सुबूत हटा दिए और कई विदेशी असलहे लेकर फरार हो गया। मालूम हो कि सऊद के साथ मिलकर ही मुनीर ने राजधानी में कई घटनाओं को अंजाम दिया था। उनकी योजना कैश वैन लूटने की भी थी, लेकिन यह परवान नहीं चढ़ सकी।

मुंबई समेत कई जगहों पर जाएगी पुलिस

मुंबई, अहमदाबाद और गोवा के कई ठिकानों की जानकारी मिलने के बाद बिजनौर पुलिस वहां भी उसे साथ ले जाकर छापेमारी की योजना बना रही है। फिलहाल मुनीर को अब धामपुर में 95 लाख रूपये के एटीएम लूटकांड में रिमांड पर लेने की तैयारी है। साथ ही मुंबई, अहमदाबाद और गोवा पुलिस से भी उनके उन ब्लाइंड केसेज के बारे में जानकारी ली जा रही है जो मुनीर और सऊद द्वारा अंजाम दिए जाने की संभावना है। इसके बाद राजधानी पुलिस उसे नमन वर्मा हत्याकांड में रिमांड पर लेकर दोबारा पूछताछ करेगी।

पुलिस पर भी कायम खौफ

कई पुलिसकर्मियों को निशाना बना चुके मुनीर की दहशत का आलम यह रहा कि उससे सख्ती के साथ पूछताछ करने की हिम्मत कोई भी अफसर नहीं जुटा सका। बिजनौर पुलिस उसे तंजील अहमद हत्याकांड में अहम सुबूतों की बरामदगी के लिए राजधानी लाई थी लेकिन उन्हें कोई खास सफलता हाथ नहीं लग सकी। अफसरों ने कई बार उससे अलग-अलग तरीके से पूछताछ करने की कोशिश की लेकिन वह बेहद सधे तरीके से उन्हें गुमराह करता रहा। मुनीर की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाने वाली एसटीएफ द्वारा भी उससे पूछताछ नहीं की गयी। पुलिस की पूरी पूछताछ एनआईए द्वारा मुनीर से की गयी पूछताछ की रिपोर्ट के इर्द-गिर्द ही सिमटी रही।