ALLAHABAD: नगर निकाय चुनाव का मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम प्रशासनिक लापरवाही की भेंट चढ़ गया है। बीएलओ सूची बिना अपग्रेड किए चलाए गए अभियान का नतीजा है कि लोगों का नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं हो पा रहा है। ऐसे में युवा निकाय चुनाव में कैसे वोट दे पाएंगे, यह बड़ा सवाल है। बीएलओ अभी तक लोगों के घरों में सर्वे करने नहीं पहुंचे हैं तो ऑनलाइन आवेदन की तिथि भी खत्म होने जा रही है।


बचे केवल नौ दिन

11 सितंबर से चला मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में सूची में नाम जुड़वाने का सिलसिला तीन अक्टूबर तक चलेगा। ऑफलाइन आवेदन के लिए महज नौ दिन ही बाकी है। लोगों की शिकायत है कि अभी तक बीएलओ उनके घर नहीं पहुंचे हैं। जबकि नियमानुसार बीएलओ को अपने बूथ के घरों में जाकर सर्वे करना है और लोगों का नाम सूची में जोड़ना होगा। इसकी शिकायत अधिकारियों से करने पर भी सुनवाई नही हो रही है।

 

ऑनलाइन का मौका आज

जो लोग ऑफलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं उनके लिए ऑनलाइन का ऑप्शन भी चुनाव आयोग ने दिया था लेकिन उसके लिए भी केवल आज का समय बचा है। 11 सितंबर से 25 सितंबर के बीच ऑनलाइन मतदाता बनने के लिए आवेदन किया जा सकता था। 26 सितंबर से तीन अक्टूबर के बीच ऑनलाइन आवेदन की भी घर-घर जाकर जांच की जानी है। ऐसे में आज के बाद लोगों के पास केवल ऑफलाइन आवेदन का ऑप्शन होगा।

 

बाहर हो गए कई बीएलओ

बता दें कि सूची में शामिल कई बीएलओ का ट्रांसफर हो गया है तो कई रिटायर हो चुके हैं। इसके अलावा जिन शिक्षामित्रों को बीएलओ बनाया गया था, वह भी हटा दिए गए हैं।

जिन वार्डो में बीएलओ नहीं पहुंच रहे हैं उसकी जानकारी एसडीएम सदर कार्यालय को दे दी गई है। यहां पर सूची की समीक्षा कर नए बीएलओ की तैनाती की जा रही है।

-दिनेश तिवारी, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी, निकाय चुनाव