नगर निगम वेबसाइट पर लोगों ने सीवर, पानी, सड़क व ट्रैफिक सिस्टम सुधारने को कहा

माय गोव पर नहीं मिल रहे जनता के सुझाव, स्मार्ट सिटी के लिए सिर्फ 119 ने किया पोल

BAREILLY:

स्मार्ट सिटी की तैयारी में जुटे नगर निगम को जनता से इस बार भी मुहिम में सपोर्ट से पहले शिकायतों का पुलिंदा मिल रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए जनता से मांगे गए सुझावों में नगर निगम को ग्रीनफील्ड, रेट्रोफिटिंग या रिडेवलेपमेंट पर सलाह या पसंद तो न मिल रही। लेकिन सड़क, सीवर, पानी सप्लाई, ट्रैफिक सिस्टम और पार्किंग की व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की जा रही है। शहर की जनता ने स्मार्ट सिटी के सब्जबाग देखने से इतर शहर की बुनियादी जनसुविधाओं को ही बेहतर करने पर जोर ि1दया है।

1404 ने गिनाई खामियां

नगर निगम की वेबसाइट www.nagaenigamBAREILLY.com पर स्मार्ट सिटी के लिए पोल व डिस्कशन की सुविधा शुरू हुए 15 दिन हो चुके हैं। इन 15 दिनों में स्मार्ट सिटी के सुझाव के लिए डिस्कशन पैनल में संडे रात तक 1404 ने अपने विचार रखें। इन सुझावों में ज्यादातर ने शहर की खामियों को ध्यान में रखते हुए नगर निगम को स्मार्ट सिटी से पहले सुधार करने की सलाह दी है। जिसमें शहर के पिछड़े एरियाज में ड्रेनेज सिस्टम मजबूत करने, सभी वार्डो में पानी की भरपूर सप्लाई मुहैया कराने, सड़क बेहतर बनाकर ट्रैफिक सिस्टम सुधारने, बिजली कटौती की दिक्कत दूर करने, शहर में ओपन स्पेस बढ़ाने व पार्को को बेहतर बनाने की मांग उठाई गई है।

वेयरनेस के बावजूद सुस्ती

नगर निगम की ओर से मार्च में ही स्मार्ट सिटी के लिए जनता को जागरूक करने की कवायद शुरू कर दी गई थी। काइट फेस्टिवल व अन्य कार्यक्रमों के जरिए जनता को स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट से जुड़ने को एक बार फिर अपनी भागीदारी निभाने की अपील की गई। इसी कड़ी में निगम में सिटीजन एगेंजमेंट प्लान के तहत समाज के अलग अलग वर्गो संग बैठक कर प्रोजेक्ट के लिए सुझाव भी मांगे गए। लेकिन इस पूरी कवायद का रिजल्ट उम्मीदों मुताबिक नहीं निकला। निगम की वेबसाइट पर पिछले 16 दिन में 9 लाख की आबादी वाले शहर से महज 119 लोगों ने ही स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट की पोलिंग में हिस्सा लिया।

जिम्मेदार नहीं बनी जनता

निगम वेबसाइट पर करीब डेढ़ हजार लोगों ने डिस्कशन में सुझाव तो दिए। लेकिन केन्द्र सरकार की स्मार्ट सिटी मुहिम से जुड़ी www.mygov.in वेबसाइट पर बरेली के लिए कोई सुझाव या पोल नहीं मिल रहे।

यह वेबसाइट स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शामिल सभी शहरों के लिए कॉमन प्लेटफॉर्म की तरह हैं। जिस पर किसी भी शहर में स्मार्ट सिटी के लिए दिख रही प्रोग्रेस देखी जा सकती है। वहीं शहरी विकास मंत्रालय की भी इस पर सीधी नजर रहती है। लेकिन इस वेबसाइट पर बरेली में प्रोग्रेस जीरो होने पर जिम्मेदारों की टेंशन बढ़ गई है। वहीं जनता की ओर से पिछली बार की तरह इस बार भी स्मार्ट सिटी मुहिम में भागीदारी नहीं दिख रही।

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नगर निगम वेबसाइट पर लोग जुड़ रहे हैं, माय गोव पर लोगों की भागीदारी नहीं दिख रही। स्मार्ट सिटी बनाने के साथ ही शहर की बुनियादी व्यवस्था को भी सुधारने पर जोर रहेगा।

- शीलधर सिंह यादव, नगर आयुक्त