250 से ज्यादा लोगों ने दो घंटे निगम में किया हंगामा, पांच प्रदर्शन हुए

चौपुला, जोगी नवादा, रेती चौराहा और पुराना शहर के लोगों का विरोध

BAREILLY:

स्मार्ट सिटी बनाने की फिक्र में शहर की बुनियादी जरूरतों की अनदेखी करना नगर निगम को भारी पड़ गया। थर्सडे को को शहर के अलग अलग एरिया से आई भीड़ ने नगर निगम में जमकर विरोध प्रदर्शन कर हंगामा किया। विरोध की बुनियादी वजह भी गंदगी रही। कहीं कूड़ा न उठने, तो कहीं खराब रास्ते व जलभराव के चलते भीड़ ने मेयर डॉ। आईएस तोमर व नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव का घेराव कर लिया। वहीं ई रिक्शा के लिए लाइसेंस दिए जाने को लेकर भी लोग सड़क पर उतर आए। कई शिकायतों के बावजूद सुनवाई न होने से नाराज भीड़ ने निगम मुर्दाबाद के नारे लगाए। करीब दो घंटे तक मेयर व नगर आयुक्त ऑफिस में भीड़ और हंगामे के बीच बंधक से बने रहे।

रमजान में दिक्कतों पर हंगामा

ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी की अगुवाई में 60 से ज्यादा लोग निगम पहुंचे। रमजान के दौरान मस्जिदों के पास जलभराव, गंदगी व टूटी सड़कों से दिक्कत होने पर निगम के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रवक्ता अब्दुल हलीम खां ने बताया कि रजा कालोनी, स्वाले नगर, चक महमूद, सकलैन नगर, लीचीबाग समेत पुराना शहर के कई एरियाज में लोगों को टूटी सड़कों व गंदगी से परेशानी उठानी पड़ रही।

डलावघर से फैल रही बीमारियां

सिविल लाइंस में चौपुला एरिया में नगर निगम के डलावघर में 20-25 दिनों से कूड़ा न उठने पर लोगों का सब्र टूट गया। बारिश के चलते डलावघर के कूड़े से उठ रही बदबू और बीमारियों ने लोगों का जीना मुहाल किया तो निगम पर 50 से ज्यादा की तादाद मे पहुंच विरोध प्रदर्शन कर दिया। लोगों का कहना था कि अधिकारियेां को फोन कर हालात के बारे में जानकारी दी, लेकिन कोई नहीं आया।

सड़क न बनी, हंगामा

जोगी नवादा में स्वतंत्रता संग्राम सेनाना आरक्षित कॉलोनी में भी लंबे समय से सड़क की मांग पूरी न होने पर लोगों ने विरोध की राह पकड़ ली। करीब 70 से ज्यादा महिलाओं की भीड़ ने एरिया में रास्ता न होने से जलभराव की समस्या बताई। महिलाओं ने घरों के किचन में पानी भरने की समस्या गिनाई। साथ ही जल्द सीसी टाइल्स सड़क व खंड़जा बनाने की मांग की।

नगर आयुक्त से तीखी झड़प

एनएच 24 में रेती चौराहा के पास डलावघर बनाए जाने और वहां कूड़ा डाल गंदगी होने से परशुराम सेना के लोगों ने नगर निगम पहुंच विरोध किया। दो दिन पहले मेयर से मिले आश्वासन के बावजूद काम न होने संगठन के लोग भड़क गए। इस बीच लोगों की नगर आयुक्त से तीखी बहस हो गई। नगर आयुक्त ने चेतावनी तक दे डाली कि कोई काम न होगा। इस पर विवाद बढ़ता देख मेयर ने मामला संभाला।

ई रिक्शा के लिए सड़क जाम

शहर में बिना लाइसेंस बिना अवैध तरीके से चल रहे ई रिक्शा को संचालित करने की परमिशन दिलाने को विरोध हुआ। शहर में करीब 1200 अवैध ई रिक्शा चल रहे। उप्र महानगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेश यशोदिया की अगुवाई में ई रिक्शा संचालकों ने मेयर से गुहार लगाई। हालांकि मेयर ने अन्य निकायों से परमिशन मिलने की सूरत में बरेली में भी राहत दिए जाने का आश्वासन दिया। लेकिन मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों में हुए बदलाव के बाद अवैध ई रिक्शा संचालकों को जल्द राहत न मिलने की संभावना है।