RANCHI: दो फरवरी की रात हुए जमीन कारोबारी अरुण तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी हत्याकांड के खुलासे के करीब रातू थाना पुलिस पहुंच गई है। मुन्ना तिवारी की तार से गला घोंट कर हत्या कर दी गई थी और शव को रातू तालाब के पास फेंक दिया गया था। शनिवार को पुलिस हत्याकांड के सिलसिले में उसकी पत्‍‌नी, भाई व बिहार के एक आदमी को पूछताछ के लिए थाना लाई। रातू थाना पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।

शक के कारण

- मुन्ना तिवारी की जिस दिन बॉडी मिली, उस शाम उसने वह कपड़ा नहीं पहना था।

- मुन्ना तिवारी बाएं हाथ में घड़ी पहनता था, उस दिन दाहिनी कलाई में घड़ी बंधी थी।

- सीसीटीवी फुटेज में मुन्ना तिवारी को बुलेट में बैठा कर दो आदमी रातू तालाब की ओर ले जाते और आते देखे गए थे।

-जिस समय बॉडी फेंकी जा रही थी, उस वक्त मुन्ना तिवारी के भाई के फोन पर पत्‍‌नी का कॉल आया था। चंद सेकेंड ही बात हुई थी।

- पौने तीन बजे के करीब मुन्ना तिवारी की पत्‍‌नी ने एक परिचित को फोन किया और मुन्ना के बारे में पूछा था।

- सात बजे सुबह वह खुद परिचित के घर पहुंच गई थी।

- दूसरे दिन मुन्ना तिवारी की बुलेट पिस्कामोड़ में लावारिस मिली थी।

क्यों हो सकती है हत्या

- मुन्ना तिवारी आनंदमयी नगर में रहता था, वह घर उसकी पत्‍‌नी के नाम था। पत्‍‌नी ने उसमकान को बेच दिया था और लाखों रुपए एडवांस भी ले ली थी।

- जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ था कि उसकी पत्‍‌नी अपने देवर को पसंद करती थी।

- मुन्ना तिवारी का लगभग भ्0 से म्0 लाख का इंश्योरेंस था, जो उसकी मौत के बाद उसकी पत्‍‌नी को ही मिलती।