- नॉक कर खुलवाया दरवाजा और शिक्षक को मार दी गोली

- नैनी के लेबर कालोनी में सुबह साढ़े छह बजे हुई घटना

- कोहरे के कारण आसानी से निकल गए बदमाश

NAINI (24Dec,JNN):

भीषण ठंड। घना कोहरा। सुबह के साढ़े छह बजे। दरवाजे पर दस्तक। सर जी दरवाजा खोलिएसर जी। पत्‍‌नी जगाती है। उठिए दरवाजे पर कोई है। सर जी उठते हैं। दरवाजा खोला ही था कि धांयधांय। गोलियों की बौछार से सर जी का सीना छलनी। नैनी के लेबर कॉलोनी में बुधवार की सुबह बदमाशों ने इसी अंदाज में शिक्षक कमलेश शुक्ला को मौत के घाट उतारा और आसानी से निकल गए। अचानक हुई इस घटना से घर वाले अवाक रह गए। घटना की जानकारी पर लोगों का मजमा लग गया। सूचना पर पहुंची ने भी छानबीन शुरू कर दी।

छह महीने पहले ही नैनी में हुए थे शिफ्ट

शिक्षक कमलेश शुक्ला (ब्भ्) मूल रूप से मांडा के छविनाथपुर गांव के रहने वाले थे। करछना के एक प्राइवेट कॉलेज में पढ़ाते थे। इसके साथ ही वह कई कोचिंग संस्थानों में भी शिक्षण कार्य कर रहे थे। शिक्षा विभाग में उनको जानने वालों की संख्या काफी थी। करीब छह महीने पहले ही उन्होंने नैनी के लेबर कॉलोनी में पीएसी कॉलोनी के पास एक मकान बनवाया था। जिसमें पत्नी एकता, बेटा आकाश, बेटी निकिता और नियती के साथ शिफ्ट हुए थे।

सुबह-सुबह ही दरवाजे पर हुई दस्तक

शिक्षक कमलेश शुक्ला का पूरा उस वक्त सो रहा था। सुबह साढ़े छह बजे तक किसी की भी नींद नहीं खुल सकी थी। इसी बीच दरवाजे पर दस्तक हुई। इस पर पत्‍‌नी एकता की नींद खुल गई। उन्होंने सोचा कोई आस-पड़ोस का कोई व्यक्ति किसी मदद के लिए आया होगा। इसलिए उन्होंने खुद न जाकर अपने पति शिक्षक कमलेश को जगाया।

अचानक आई गोली चलने की आवाज

शिक्षक कमलेश पत्नी के जगाने पर उठे और आंख मलते हुए दरवाजे पर पहुंचे। उन्हें क्या पता था कि दरवाजे पर मौत उनका इंतजार कर रही है। जैसे ही दरवाजा खोला सामने खड़े व्यक्ति ने तमंचा शरीर से सटा कर गोली मार दी और भाग निकला। गोली की आवाज सुनते ही एकता गेट की ओर दौड़ी। पति को खून से लथपथ जमीन पर गिरा देखा हो चीख पड़ी। दरवाजे के बाहर देखा तो कोई नहीं दिखा। इस बीच अनीता की चीख सुनकर आस-पास के लोग दौड़ कर आ गए। शिक्षक को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बदमाशों ने उठाया कोहरे का फायदा

घटना के वक्त इतना कोहरा था कि शिक्षक को गोली मारे जाने के चंद मिनट बाद ही वहां पहुंची पत्‍‌नी एकता हमलावरों को नहीं देख सकी। यही नहीं शोर सुनकर वहां पहुंचे लोगों ने भी इधर उधर जाकर देखा लेकिन कोई नहीं दिखा। पता ही नहीं चल सका कि गोली चलाने वाला पैदल आया था या किसी वाहन से। एकता शुक्ला ने नैनी थाने में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

क्00 नंबर पर नहीं लगा कॉल

शिक्षक को गोली मारे जाने की घटना के बाद परिवार के साथ ही आस-पास के लोगों ने क्00 नंबर पर कॉल किया। लेकिन क्00 नंबर पर कॉल नहीं लगा। घंटी ही नहीं बजी। अगर तत्काल मदद मिल जाती तो गोली चलाने वाले को पकड़ा जा सकता था।