मर्डर फालोअप

-राजस्थान से पहुंचे मीरा के गरीब मां-बाप

ALLAHABAD: मीरा यूं ही रेड लाइट एरिया में जिस्म फरोशी के धंधे में लिप्त नहीं हो गई थी। ऐसा करने के सिवा उसके पास कोई आप्शन नहीं था। वह खुद के लिए नहीं बल्कि अपने परिवार के लिए ऐसा करने पर मजबूर थी। क्योंकि, उसके कमाए रुपए से ही परिवार का गुजारा हो रहा था। शनिवार को मीरा के मां-बाप पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो उन्होंने अपनी बेटी का दर्द मीडिया को बताया।

तीन महीने पहले आई थी

मीरा की मौत की खबर मिलते ही उसकी मां हवाजान और पिता नाथू कूचर शनिवार को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। मीरा के घर वालों ने बताया कि वह तीन बहनों में बीच की थी। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। राजस्थान में मीरा अपनी छोटी बहन के साथ रहती थी। इस दौरान इलाहाबाद से हवा खान की रिलेटिव रामरति राजस्थान गई थी। उन्होंने परिवार की खस्ताहाल आर्थिक स्थिति देखकर मीरा को इलाहाबाद भेजने को कहा और जॉब दिला देने का भरोसा दिलाया। मौका अच्छा देखकर मीरा के घर वालों के करीब तीन महीने पहले मीरा को उनके साथ इलाहाबाद भेज दिया।

धंधा न करें तो क्या करें

इलाहाबाद में मीरा रामरति के कोठे पर आ गई। रामरति ने उसे अपनी रिश्तेदार आशू की देखरेख में मीरगंज में रख दिया। उसे बता दिया कि यहां पर कैसे जिस्म का धंधा होता है। मीरा के पास अब कोई रास्ता नहीं बचा था। इस धंधे में उतरने के लिए वह मानसिक रूप से तैयार नहीं थी तो रिश्तेदारों ने उसे मोटीवेट किया कि वह अपने लिए नहीं परिवार की स्थिति सुधारने के लिए ऐसा करे। इसके बाद मीरा यहीं रहकर बदनाम गली का हिस्सा बन गई।

घर वालों को भेजती थी कमाई

मीरा के पिता ने बताया कि आए दिन मीरा कुछ रुपए उन्हें भेज देती थी। कभी 500 रुपए तो कभी 1000 रुपए तो कभी 400 रुपए भेजती थी। इन रुपयों से उनका खर्च चलने लगा था। घर वाले भी सुकून में थे कि अब बेटी कमाने लगी है। मीरगंज में रहने वाली आशू अपने मोबाइल से उनसे बात करा देती थी। जिससे उनका हालचाल मिल जाता था।

किसी पर कोई शक नहीं

मर्डर की खबर आशू नामक महिला ने ही मीरा के घर वालों को शुक्रवार को दी थी। जिसके बाद घर वाले राजस्थान से इलाहाबाद के लिए चल दिए। शनिवार को इलाहाबाद पहुंचे। पुलिस से मिले तो पुलिस ने सीधे पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। मीडिया को उन्होंने मर्डर के बारे में किसी भी जानकारी से खुद को अनभिज्ञ बताया। कहा, जब वह यहां नहीं थे तो कैसे बता सकते हैं। जिसने उसे इलाहाबाद बुलाया था वह क्यों मारेगी भला? उन्होंने किसी पर शक नहीं जताया। वैसे मीरा के घर वालों ने इस बात को भी स्वीकार किया कि जिस्मफरोसी का धंधा एक तरह से उनका खानदानी पेशा है। उनके परिवार के लिए यह कोई नहीं बात नहीं है।

Flash back

मीरगंज एरिया में रहने वाली मीरा को गुरुवार की रात करीब क्क् बजे चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। उसके गर्दन के नीचे और सीने पर चाकू से वार किया गया था। घटना के बाद कोठे की दूसरी लड़कियों ने उसका ड्रेस चेंज किया और फिर चंदू नामक व्यक्ति मीरा को हॉस्पिटल ले गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। रात में करीब सवा एक बजे मर्डर की जानकारी पुलिस को हुई। उसके बाद जांच पड़ताल होने लगी। चौकी इंचार्ज को लापरवाही बरतने के आरोप में एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है।

बाक्स

कातिल तो घर में ही छिपा है

मीरा के कातिलों की तलाश में पुलिस जुट गई है। पुलिस को यकीन है कि उसकी हत्या के पीछे किसी अपने का ही हाथ है। शुक्रवार को ही पुलिस ने मीरगंज की बदनाम गलियों के दलालों से लेकर कई संदिग्ध लोगों और महिलाओं को कस्टडी में ले लिया। शनिवार की सुबह तक उनसे पूछताछ होती रही। लेकिन, कोई रिजल्ट नहीं मिला। पुलिस अब इस केस में एक विक्की नामक युवक की तलाश में जुटी है जो मीरगंज एरिया का रहने वाला है।