ALLAHABAD: बेटे को गोली मारने की नीयत से आए शातिर अपराधी ने सामने मिल गये बाप को ही मौत के घाट उतार दिया। करछना थाने के भीरपुर गांव में देर शाम हुई इस घटना से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एसपी और सीओ के साथ कई थानो की फोर्स मौके पर पहुंच गयी। गुस्साए गांव वालों को समझाने में पुलिस को पसीना आ गया। देर रात तक अफसरों के साथ पुलिस बल मौके पर डटा रहा। पुलिस ने हत्या के आरोप को पकड़ने के लिए दबिश देना शुरू कर दिया था लेकिन समाचार लिखे जाने के समय तक उसके पुलिस के हाथ लगने की सूचना नहीं थी। इस वक्त तक बॉडी भी पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी नहीं पहुंची थी।

 

हिस्ट्रीशीटर है आरोपी

मृतक का नाम लालता प्रसाद पांडेय था। उम्र करीब 62 साल के आसपास थी। रात साढ़े आठ बजे हुई घटना के समय वह घर के बाहर थे तभी उन पर हमला कर दिया गया। गोली लगते ही वह तड़पने लगे। देखते ही देखते मौके पर गांव वाले एकत्र हो गए। इस घटना में करछना के हिस्ट्रीशीटर राजा पांडेय का नाम सामने आया। परिवार के लोगों का कहना था कि राजा पर लालता के बेटे मंगला ने करीब छह महीने पहले हमला किया था। इसमें वह जख्मी हो गया था। तभी से दोनों में दुश्मनी चल रही थी। आज भी राजा पांडेय का टारगेट मंगला ही था लेकिन संयोग से उसके पिता सामने आ गये और उसने उन्हें ही गोली मार दी। लवकुश उर्फ राजा पांडेय की गिनती शातिर अपराधियों में होती है। थाने में उसकी हिस्ट्रीशीट खुली हुई है। उसका नाम शहर के चर्चित डॉक्टर एके बंसल हत्याकांड में सामने आया था लेकिन पुलिस को उसके खिलाफ ठोस साक्ष्य नहीं मिला। पुलिस उसे बारा एसओ हत्याकांड में जेल भेज चुकी है। इन दिनों वह जमानत पर बाहर है।

 

एसओ बारा की हत्या का आरोपी है 'राजा'

मूलरूप से करछना एरिया का रहने वाला लवकुश उर्फ राजा पांडेय शातिर अपराधी माना जाता है। उसका नाम तमाम आपराधिक वारदातों में सामने आ चुका है। सबसे सनसनीखेज आरोप करीब तीन साल पहले तत्कालीन एसओ बारा की गोली मारकर हत्या कर देने का उस पर लगा था। पकड़ने के लिए पीछा करने पर उसने एसओ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने बड़ी मुश्किल से गिरफ्तार करके जेल भेजा था। जेल से जमानत पर छूटकर आने के बाद उसने इस घटना को अंजाम दिया है।

 

लूट के माल ने 'यारों' को बनाया दुश्मन

सूत्रों की मानें तो शुक्रवार की शाम मारे गये लालता प्रसाद पांडेय का बेटा मंगला पांडेय और राजा पांडेय में गहरी यारी थी। दोनों ने आपराधिक वारदातों को साथ अंजाम दिया था। बताया जा रहा है कि लूट की एक वारदात के बाद दोनों की दोस्ती दुश्मनी में तब्दील हो गयी। यह स्थिति लूट के माल के बंटवारे को लेकर आयी थी।

 

मंगला की गोली से बच गया था राजा

लालता प्रसाद की हत्या का आरोपी राजा पांडेय भी करीब छह महीना पहले गोली खाकर मौत के मुंह में जाने से बच गया था। किस्मत अच्छी थी कि निशाना सही नहीं लगा था। उसे गोली मारने वाले में मंगला का ही नाम सामने आया था। इसके बाद दोनों एक-दूसरे का देख लेने के फिराक में रहने लगे थे। इसके चलते दोनों के दुश्मनी का रंग और चटख हो गया था।

 

परिवार के लोग राजा पांडेय पर आरोप लगा रहे हैं। उसकी तलाश में छापेमारी के लिए टीमें लगा दी गयी हैं। गांव स्थिति सामान्य है। एहतियात पुलिस तैनात की गयी है।

-जीतेंद्र चौधरी, एसपी यमुनापार, इलाहाबा

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