- फूलपुर में चार दिन पहले लापता बच्चे का शव झाड़ी में फेंका मिला, पहचान मिटाने के लिए डेड बॉडी पर फेंका गया था तेजाब, परिवार में मचा कोहराम

- पुलिस के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग, मासूम की हत्या के विरोध में किया प्रदर्शन, पथराव कर तोड़े वाहन

VARANASI : वह इंसान नहीं हैवान होगा जिसने पहले चार साल के एक बच्चे को किडनैप किया, फिर उसकी जान ले ली। इस हैवानियत के बाद भी उसका मन नहीं भरा तो उसने मासूम की पहचान मिटाने के लिए उस पर तेजाब उड़ेल दिया। मामला फूलपुर का है। यहां के सगुनहां गांव के रहने वाले व क्षेत्र पंचायत सदस्य के चार साल का बेटा रौनक सोनकर चार दिन पहले लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद गुरुवार को झाडि़यों में उसकी लाश मिली। हत्यारे ने रौनक को घर के बाहर से उस वक्त किडनैप किया था जब वह खेल रहा था। बच्चे के गायब होने पर परिजनों ने चक्काजाम भी किया था तब पुलिस ने परिजनों से समय मांगा था। लेकिन पुलिस की सुस्ती से गायब बच्चे का तो कोई पता नहीं लगा बल्कि गुरुवार को उसकी लाश झाडि़यों में मिली। पुलिस की इस लापरवाही से नाराज लोगों ने गांव के सामने वाराणसी-जौनपुर मार्ग को जाम कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने पथराव कर रोडवेज की चार बसों व एक एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त कर दिया। मामला न संभलते देख पुलिस ने भीड़ पर लाठियां पटककर उन्हें काबू में किया।

कड़े से हुई पहचान

गुरुवार की दोपहर बाद गांव के कुछ युवक सगुनहां गांव में प्रभात सिंह के बगीचे की ओर गए हुए थे। वहां बंद पड़ी एक फैक्ट्री के पीछे झाड़ी में तेजाब से जले मासूम की लाश को कुत्ते को नोचते देख युवकों ने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी। फिर क्या देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए। मासूम का चेहरा बिगड़ गया था। उसके हाथ में पड़े कड़े से परिजनों ने उसकी पहचान रौनक के रूप में की। लाश की शिनाख्त होते ही परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने चक्काजाम कर दिया। जाम लगते ही वाहनों की कतार लग गई। इस बीच वहां पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीणों ने पथराव कर चार बसों व एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त कर दिया। इससे बस में सवार यात्रियों में भगदड़ मच गई। इस पर पुलिस ने बाबतपुर चौराहे से ट्रैफिक को बड़ागांव की ओर डायवर्ट कर दिया। करीब चार घंटे बाद देर शाम सात बजे पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। इसके बाद भी सड़क से ग्रामीणों के टस से मस न होने पर पुलिस ने लाठी भांज कर उन्हें खदेड़ा तब जाकर जाम समाप्त हुआ। परिजनों ने घटना के बाबत तीन लोगों के खिलाफ पुलिस को हत्या की तहरीर दी है।

हार का बदला लिया बेटे से

पुलिस पंचायत चुनाव में रौनक की मां से पड़ोस के पूर्व प्रधान की हुई हार को इस हत्या की वजह मान रही है। फूलपुर में बच्चे के अपहरण के बाद हुई निर्मम हत्या की खबर लगते ही पूरे पुलिस महकमे के हाथ पांव फूल गए। चक्कजाम की सूचना पर आसपास के थानों की फोर्स व पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच मोर्चा संभाला। जासूसी कुतिया व फोरेंसिक टीम भी बुलाई गई। जासूसी कुतिया घटनास्थल से करीब एक सौ मीटर दूर सिसवां गांव में पूर्व प्रधान के घर जाकर रुक गई। इसके बाद तो ग्रामीणों ने उस मकान को घेर लिया। इस दौरान पुलिस को भीड़ को हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। उधर जासूसी कुतिया के पूर्व प्रधान के घर पहुंचते ही उसके दो बेटे पवन कुमार मिश्रा व अरुण कुमार मिश्रा ने भाग कर बड़ागांव थाने में सरेंडर कर दिया। वहीं पुलिस का दावा है कि दोनों को अरेस्ट किया गया है।

ऐसे हुआ था गायब

सगुनहां गांव के फल विक्रेता विनोद सोनकर की पत्नी रीना बीडीसी सदस्य हैं। उनका बेटा रौनक उर्फ माहिर उर्फ बाबू सोमवार की सुबह घर के बाहर खेल रहा था। इस बीच परिवार के लोग उसे बुलाने पहुंचे तो वह नहीं मिला। एक घंटे तक आसपास में खोजबीन करने के बाद जब रौनक का कोई पता नहीं चला तब परिवार वाले बाबतपुर पुलिस चौकी पहुंचे और गुमशुदगी की सूचना दी। चौकी प्रभारी अमित सिंह ने हाथ पैर मारा पर रौनक का कोई सुराग नहीं मिला। रौनक दो भाइयों व एक बहन में सबसे छोटा था।