- दारागंज में जुआ खेलने के दौरान युवक से हुई थी झड़प

- पुलिस से शिकायत की तो आरोपियों ने पीटकर किया अधमरा

- इलाज न मिल पाने से रात में ही टूट गई जिंदगी की डोर

ALLAHABAD: पुलिस से दबंगों की शिकायत करना युवक को महंगा पड़ा। दारागंज में जुआ खेलने को लेकर हुई झड़प में युवक दारागंज पुलिस से शिकायत करने पहुंच गया। पुलिस तो एक्टिव नहीं हुई लेकिन बदमाशों ने इसे टशन बना लिया। पुलिस के कार्रवाई करने से पहले ही दबंगों ने युवक को मार-मारकर अधमरा कर दिया। इलाज के अभाव में रात में उसकी मौत हो गई। रात में मर्डर की खबर पुलिस को पता चली। लेकिन तब तक आरोपी घर छोड़कर भाग चुके थे।

सुबह से चल रहा था खेल

जीतेन्द्र कुमार(फ्फ्) दारागंज बक्शी बांध एरिया में रहता था। उसके माता-पिता का देहांत हो चुका है। वाइफ डेढ़ साल से मायके में है। छोटा भाई महेन्द्र साथ में रहता है। जीतेन्द्र अपना प्रोफेशनल काम करता था। महेन्द्र की माने तो शनिवार की सुबह क्क् बजे उसके पड़ोसी सतीश व उसके बेटे सौरभ से जीतेंद्र की झड़प हुई थी। हुआ यूं था कि कहीं से जीतेन्द्र को तीन हजार रुपए मिले थे। सुबह घर के बाहर जुआ चल रहा था। जिसमें जीतेन्द्र ने भी दांव लगा दिया। इस दौरान रुपए हारने जीतने को लेकर सौरभ से उसकी टशन हो गई। रुपए के विवाद में सौरभ और उसके पिता सतीश ने मिलकर जीतेन्द्र की पिटाई कर दी।

पहुंच गया दारागंज पुलिस के पास

इसके बाद जीतेन्द्र ने दारागंज पुलिस से शिकायत कर दी। आरोप लगाया कि उसके रुपए छीनने का प्रयास किया गया। दारागंज पुलिस ने रिपोर्ट तो नहीं दर्ज की लेकिन जांच के लिए दो पुलिस कांस्टेबल को मौके पर भेज दिया। लेकिन तब तक वहां पर जुआ बंद हो चुका था। पुलिस को मौके पर कोई नहीं मिला।

बदलना लेने के लिए तैयार थे

पुलिस के जाने के बाद सतीश और सौरभ को पता चला गया कि उनके घर पर पुलिस पहुंची थी। यह भी पता चला गया कि थाने में जाकर जीतेन्द्र ने उनकी शिकायत की है। इसके बाद बाप-बेटे ने जीतेन्द्र की तलाश शुरू कर दी। शाम ढलने से पहले ही जीतेन्द्र को उन्होंने गली में घेर लिया। महेन्द्र की माने तो इस दौरान दोनों ने मिलकर उसके भाई जीतेन्द्र की जमकर धुनाई कर दी। एक ने उसकी गर्दन पकड़ी और दूसरा उसके सीने में मुक्का मारने लगा। उसे इतना मारा कि वह अधमरा हो गया।

थाने के सामने अचेत मिला

मार खाने के बाद जीतेन्द्र एक बार फिर दारागंज पुलिस स्टेशन पहुंचा। सारी घटना पुलिस को बताई। पुलिस ने जांच करने का आश्वासन देकर चलता किया। लेकिन उस वक्त जीतेन्द्र की हालत खस्ता हो चुकी थी। वह थाने से बाहर निकला और निराला की मूर्ति के पास गिरकर अचेत हो गया।

डॉक्टर ने कहा सीरियस

इधर रात होने के बावजूद जब भाई घर नहीं आया तो महेंद्र उसकी तलाश में निकल पड़ा। किसी ने बताया कि निराला के पास उसका भाई लेटा है। महेंद्र मोहल्ले वालों के साथ वहां पहुंचा तो उसको झकझोर कर होश में लाए। उसकी हालत ठीक नहीं थी। वह साफ बोल भी नहीं पा रहा था। रात में उसे प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए, लेकिन डॉक्टर ने सीरियस बताते हुए एडमिट नहीं किया। भाई महेन्द्र की माने तो उस वक्त घर वाले परेशान होकर उसे वापस घर ले आए। रात में उसे नीबू का पानी पिलाना चाह रहे थे तभी उसकी सांसें थम गई। मौत की खबर दारागंज पुलिस को दी गई तो पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में पुलिस अब सतीश और सौरभ की तलाश में जुट गई है।

घटनाक्रम पर एक नजर

- दारागंज में कई गली में चल रहा था जुआ

- दिन में जुआ खेलने को लेकर दोनों पक्षों में हुई थी झड़प

- पुलिस के पास पहुंचा शिकायत करने तो बदल गई कहानी

- इसके बाद बाप बेटे ने मिलकर युवक को पीटा

- फिर पुलिस के पास पहुंचा लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ न मिला

-जख्मी हालत में निराला चौराहे पर पड़ा रहा

-इलाज के अभाव में युवक की थम गई सांसें

-सौरभ और सतीश की तलाश में जुट गई पुलिस