सैदपुर हॉस्टल में मंगलवार को अचानक सनसनी फैल गई। वहां पीजी स्टूडेंट दिलीप की डेडबॉडी मिली। डेडबॉडी हॉस्टल के पुराने किचन में मिली। उसकी गला दबाकर हत्या किए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। सूचना मिलते ही बहादुरपुर थाने की पुलिस पहुंच गई, जिसे लड़कों के आक्रोश को झेलना पड़ा

हॉस्टल नंबर 2
पटना यूनिवर्सिटी के तहत सैदपुर हॉस्टल में रहता था दिलीप कुमार। वह एंसियेंट हिस्ट्री से पीजी कर रहा था। वह अरवल के सेनारी गांव का रहने वाला था। मनोज एवं मुन्ना ने पुलिस को बताया कि मंडे की रात दिलीप ने शराब पी रखी थी। वो रात करीब 11.45 बजे नशे की हालत में काफी शोर कर रहे थे। बाद में उसे किसी तरह समझा-बुझाकर रूम में भेजा गया। रात करीब 1.45 बजे फिर वह शोर करने लगा। उस समय उसके पैंट में कीचड़ लगा हुआ था। तब से वह नहीं दिखा। मंगलवार की सुबह किचन के सेल्फ में उसकी डेडबॉडी मिली. 

मुंह से निकल रहा था फेन
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक गंजी व अंडरवियर पहन रखा था। साथ ही उसके मुंह से फेन निकल रहा था। आशंका व्यक्त की जा रही थी कि उसकी हत्या गला दबाकर या जहर देकर की गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही दिलीप के मामा, फूफा समेत अनेक फैमिली मेंबर्स पहुंच गए। तब जाकर डेडबॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेजी गई। उधर, घटना के विरोध में स्टूडेंट्स ने मोइनुलहक स्टेडियम स्थित सीआरपी कैंप पर रोड़ेबाजी की। सीआरपी कैंप पर अचानक रोड़ेबाजी से जवान भी सकते में आ गए। वे भी आक्रोशित हो उठे थे। हालांकि उनके सीनियर ऑफिसर्स ने मामला संभाल लिया.

चार-पांच हिरासत में
दूसरी ओर स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी आलोक कुमार, रूरल एसपी मनोज कुमार, टाउन डीएसपी रमाकांत, राशिद जमां, सिटी डीएसपी सुशील कुमार समेत पीरबहोर, सुल्तानगंज, अगमकुआं, बहादुरपुर थाने की पुलिस पहुंच गई। यहां तक के तीन बज्र वाहनों को भी तैनात कर दिया गया। इसके अलावा स्क्वायड टीम भी पहुंच गई। इस संबंध में एसएसपी आलोक कुमार ने बताया कि इस मामले में चार-पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना का जल्द ही खुलासा हो जाएगा.