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स्लग: पड़ोसी के बेटों ने दी थी अरुण नाग को जान से मारने की धमकी

-बेटे रौनक नाग ने दर्ज कराई हत्या की प्राथमिकी

-पड़ोसी रीता देवी के बेटे बलिराम पांडेय, अनूप पांडेय ने दी थी धमकी

RANCHI(17 March): सूचना के बाद भी सोती रही पुलिस और हो गई हत्या। यह आरोप रांची यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड क्लर्क चुटिया निवासी अरुण नाग हत्याकांड में उनके बेटे रौनक नाग ने लगाया है। उन्होंने बताया कि पड़ोसी रीता देवी के बेटे बलिराम पांडेय व अनूप पांडेय ने अरुण नाग को जान से मारने की धमकी दी थी। इस संबंध में मृतक के बेटे रौनक नाग ने रीता देवी के दोनों बेटों समेत अपनी चाची केशरी देवी, अरुण साहू, संजू साहू, अंजय मेहता व रूबी मेहता के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। वहीं, जान से मारने की धमकी की सूचना परिजनों ने चुटिया थाना पुलिस को दी थी। पर, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही आरोपियों से कोई पूछताछ की। सनहा तक दर्ज नहीं किया गया। रौनक नाग ने दावा किया है कि उनके पिता की हत्या में बलिराम पांडेय व अनूप पांडेय का हाथ है।

क्या है मामला

दर्ज प्राथमिकी में रौनक ने कहा है कि उनके पिता अरुण नाग 15 मार्च को घर पर थे। उस वक्त साढ़े तीन बज रहा था। तभी एक बाइक पर सवार दो युवक वहां आए और दरवाजा खोलकर उनके पिता को गोली मार दी।

खतियानी जमीन हड़पने की कोशिश

रौनक ने बताया है कि उनकी खतियानी जमीन को हड़पने की नीयत से केशरी देवी, पति स्व सहोदर यादव, हुंडरू, अरुण साहू, तेली टोली चुटिया, संजू साहू, नीचे चुटिया, अंजय मेहता, कृष्णापुरी ने उनकी जमीन की रजिस्ट्री करवा ली थी।

अरुण ने दर्ज कराया था मुकदमा

रौनक ने बताया कि खतियानी जमीन की रजिस्ट्री के बाद अरुण नाग ने 420 के तहत पांचों पर मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में कुछ दिन पहले नोटिस भी जारी हुआ था। जमीन संबंधी केस करने में अरुण नाग के नामकुम के जोरार में रह रहे राजेश नायक मदद करते थे।

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बलिराम व राकेश भी संदेह के घेरे में

अरुण नाग हत्याकांड में बलिराम चौधरी व ढुमसा टोली के राकेश सिंह भी पुलिस की संदेह के घेरे में है। पुलिस इनकी भूमिका की भी जांच कर रही है। फिलहाल ये पुलिस की हिरासत में हैं।