-एसएसपी ने किया दावा, फरार की चल रही तलाश

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

सीएम सिटी में सरेराह व्यापारी की हत्या कर लूट मामले का पुलिस ने 10 दिन बाद प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा कर दिया। नाटकीय अंदाज में हुए प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के हर सवाल का जवाब देने से पुलिस बचती रही। पुलिस अधिकारियों के भावभंगिमा ने पुलिस के खुलासे पर प्रश्न चिह्न खड़ा कर दिया। साथ ही छोटी घटना के खुलासे पर भी अपनी पीठ थपथपाने वाली गोरखपुर पुलिस सबसे चर्चित घटना के प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उत्साहित नजर नहीं आई। इससे बाजार में चल रही चर्चाओं (सब मैनेज कर लिया गया है) को बल दिला गया।

ओसामा को छुड़ाने के लिए की लूट व हत्या

पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी आरपी पांडेय ने दावा किया कि लखनऊ जेल में बंद ओसामा को छुड़ाने के लिए उसके साथी जिशान उर्फ ईशान ने अपने सहयोगियों संग मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। एसएसपी ने बताया कि सिर्फ साढ़े सात लाख रुपए की लूट हुई थी। जिशान उर्फ ईशान के पास से लूट के पौने चार लाख रुपए, बाइक, पिस्टल और तीन कारतूस बरामद हुए हैं। वारदात में शामिल तीन अन्य बदमाशों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। शेष रकम लेकर वह तीनों फरार हाे गए हैं।

घर लौटते समय गोली मारकर लूटी रकम

11 मई की रात कोतवाली एरिया के दीवान बाजार स्थित हिमालय टिंबर के पास बदमाशों ने व्यापारी चंद प्रकाश टिबडे़वाल की गोली मारकर हत्या कर दी। मुनीम गोलू के सामने ही व्यापारी का लाखों रुपए नकदी से भरा बैग छीनकर फरार हो गए। साहबगंज मंडी में तेल-घी के थोक कारोबारी चंद्र प्रकाश की हत्या और लूट से सनसनी फैल गई। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस की अलग-अलग टीमें बदमाशों की तलाश में जुट गई। लूट और हत्या के बीच कई तरह की कहानी को लेकर उलझी पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी रही। कोतवाली एरिया के ओसामा उर्फ मनोज तिवारी गैंग के वारदात में शामिल होने की आशंका पर पुलिस काम करने लगी। मुखबिरों ने पुलिस को बताया कि ओसामा के दाहिने हाथ माने जाने वाले जिशान उर्फ ईशान ने वारदात को अंजाम दिया है। उसकी तलाश में लगे एसएसआई ब्रजेश सिंह यादव की टीम ने शनिवार की रात शातिर ईशान को पकड़कर पीठ में टंगे बैग से तीन लाख 75 हजार रुपए बरामद होने की सूचना अधिकारियों को दी। उससे पूछताछ के बाद एसएसपी ने वारदात का राजफाश किया।

पुलिस का दावा, ओसामा को था छुड़ाना

एसएसपी ने बताया कि शातिर ओसामा उर्फ मनोज तिवारी लखनऊ जेल में बंद है। लखनऊ में हुई आधा दर्जन लूट की वारदातों में पुलिस ने ओसामा और उसकी प्रेमिका रजनी सिंह उर्फ तन्वी को अरेस्ट कर जेल भेजा था। कोतवाली एरिया के खूनीपुर मोहल्ले का शातिर बदमाश ओसामा का पुराना शार्गिद है। जेल में बंद ओसामा को छुड़ाने के लिए जिशान ने नए साथियों संग मिलकर व्यापारी को लूटने की योजना गढ़ी। इसके लिए उसने 15 दिनों तक चंद्र प्रकाश की रेकी की। 11 मई की रात मौका मिलते ही लूटपाट कर ली। बैग की छीनाझपटी में गोली मारकर फरार हो गया। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए जिशान उर्फ ईशान की पहचान व्यापारी के साथ मौजूद रहे मुनीम गोलू ने कर ली है। परिवार के लोग भी वारदात के पर्दाफाश से संतुष्ट हो गए हैं।

सवालों के घेरे में पुलिस की कहानी

व्यापारी की हत्या के पर्दाफाश का पुलिस पर भारी दबाव था। सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर परिजनों ने बदमाशों को अरेस्ट करवाने की गुहार लगाई थी। इसलिए एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और थानों की पुलिस के सात टीमें बना दी गई हैं। वारदात में ओसामा गैंग, गुलरिहा एरिया के मंगलपुर- मनैतापुर निवासी पन्नेलाल यादव और बिसई सिंह गैंग के शामिल होने की आशंका भी जताई गई है। पुलिस की एक टीम ने नए बदमाशों के वारदात करने का इशारा किया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस खास सुराग नहीं पा सकी। चरनलाल चौक पर लगे एक कैमरे से पुलिस को कुछ फुटेज ऐसे मिले जिससे बदमाशों की पहचान हो सके। इस बीच 14 मई की शाम नार्मल टैक्सी स्टैंड के पास एक दुकान पर मौजूद जिशान उर्फ ईशान को पुलिस ने उठा लिया।

कई सवालों का नहीं कोई जवाब

- व्यापारी से हुई लूट की रकम को लेकर विरोधाभास है। पुलिस सिर्फ साढ़े सात लाख रुपए लूटे जाने की बात कह रही है। घटना के बाद 10 लाख से अधिक की रकम लूटने की बात सामने आई थी।

-कोतवाली थाना के हिस्ट्रीशीटर जिशान उर्फ ईशान को मुख्य आरोपी बनाया गया है। वारदात के बाद वह आराम से शहर में घूमता रहा। पुलिस का दावा है कि शनिवार रात वह शहर छोड़कर भागने की फिराक में था।

- मामूली घटनाओं का राजफाश करने पर इठलाने वाली पुलिस टीम बड़ी वारदात के वर्कआउट पर खुश नहीं नजर आई। पुलिस टीम अनमने मन से प्रेस कांफ्रेंस में पहुंची। ऐसा लग रहा था कि भारी दबाव में ईशान को जेल भेजा जा रहा है।

- ईशान को घटना की जानकारी देने से मना कर दिया। कांफ्रेंस में उससे कोई सवाल नहीं पूछने दिया गया। ईशान के फरार साथियों के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई।

-सीसीटीवी फुटेज इतनी साफ नहीं है कि किसी बदमाश का चेहरा पहचाना जा सके। आखिर ऐसे में जिशान की पहचान कैसे हो गई। अन्य बदमाशों ने शहर छोड़ दिया। जिशान किसका इंतजार करता रहा।

-लखनऊ जेल में बंद ओसामा से किसने, कब मुलाकात की। किसके सहयोग से योजना बनाई गई। इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।

व्यापारी मर्डर के मुख्य आरोपी जिशान उर्फ ईशान को अरेस्ट कर लिया गया है। उसके तीन अन्य साथियों की तलाश चल रही है। फरार बदमाशों के खिलाफ जल्द ही इनाम घोषित किया जाएगा।

आरपी पांडेय, एसएसपी