-महानगर में एडवोकेट के ब्लैक पॉमेरियन कुत्ते को किरायेदारों पर जहर देकर मार डालने का आरोप

-वादिनी का बयान: किरायेदारों ने हत्या से पहले उनके डॉग को दी थी कुत्ते की मौत मारने की धमकी

-पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, बॉडी को पोस्टमार्टम के लिये भेजा

-वादी की बेटी का रो-रोकर बुरा हाल, पड़ गई बीमार

LUCKNOW: अंकल, जॉर्ज बुश मेरा सबसे अच्छा फ्रेंड थावह बहुत प्यारा थावो मेरी हर बात मानता थावह मेरे हाथ से ही खाना खाता था लेकिन अब मैं उससे कभी नहीं मिल सकूंगीबस इतना कहते ही महानगर निवासी 7 साल की प्लाक्षा बिलख-बिलख कर रोने लगती है। दरअसल, आरोप है कि जॉर्ज बुश नाम के उसके ब्लैक पॉमेरियन डॉग को उसी के मकान के दूसरे हिस्से में रहने वाले किरायेदारों ने जहर देकर मार डाला। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपी किरायेदारों के खिलाफ पशुवध, गालीगलौज और जानमाल की धमकी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर बुश की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।

सैर कराने गई तो देने लगे धमकी

पेशे से एडवोकेट पटेल शरद कुमार चौधरी महानगर के पुराना बादशाहनगर स्थित घर में अपनी मां, वाइफ सुभद्रा सिंह चौधरी, 7 साल की बेटी प्लाक्षा और म् साल के बेटे के साथ रहते हैं। सुभद्रा सिंह के मुताबिक, बीते रविवार की शाम वह अपनी सास के साथ घर के बगीचे में सूखे कपड़े उठाने गई थीं। इस दौरान उनका ब्लैक पॉमेरियन व लैबरेडॉर मिक्स ब्रीड कुत्ता बुश भी साथ में था। सुभद्रा ने बताया कि जैसे ही वह बगीचे में सूखे कपड़े उतारने लगीं, इसी बीच गेट के सामने से उनके किरायेदार सुरेश चंद्र भट्ट और दुर्गेश कुमार गुजर रहे थे। तभी, बुश ने भौंकना शुरू कर दिया।

दी थी 'कुत्ते की मौत' मारने की धमकी

इस पर सुरेश और दुर्गेश गेट के सामने ही ठहर गए और बुश की ओर देखकर कहा कि ' ज्यादा मत भौंक वरना आज ही तुझे कुत्ते की मौत मारुंगा.' सुभद्रा ने बताया कि तभी दुर्गेश ने भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए कहा कि 'तुझे मारने के बाद तेरे मालिक को भी हम लोग कुत्ते की मौत मारेंगे.' सुभद्रा ने बताया कि उनकी धमकी सुनकर वह गेट की ओर गई तो उन दोनों ने उंगलियां उठाकर उनकी ओर इशारा करते हुए कहा कि अपने कुत्ते और पति दोनों को संभाल कर रखा वरना जल्द ही दोनों कुत्ते की मौत मरने वाले हैं.' इसके बाद सुरेश और दुर्गेश गालियां देते हुए अपने घर की ओर चले गए।

होने लगीं उलटियां

सुभद्रा ने बताया कि उन दोनों के वहां से चले जाने के बाद वह सास के साथ कपड़े उतारकर वापस घर आ गई। पर, बुश बगीचे में ही ठहर गया और घर वापस नहीं आया। सुबह पड़ोसियों ने सुभद्रा को बताया कि बुश को रात से ही खून की उलटियां हो रही हैं और वह घर के करीब पार्क में मरा पड़ा हुआ है। यह सुनते ही जब वह पार्क में पहुंची तो वहां पर बुश की लाश पड़ी हुई थी और उसके मुंह से झाग निकल रहा था। यह देख सुभद्रा ने महानगर पुलिस को घटना की जानकारी दी। जानकारी मिलने पर महानगर कोतवाली में तैनात एसआई मनोज कुमार सिंह हमराह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। सुभद्रा ने उन्हें सुरेश चंद्र भट्ट और दुर्गेश कुमार पर बुश की हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। पुलिस ने उनकी तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर बुश की बॉडी को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।

पुलिस सुरक्षा में हुआ अंतिम संस्कार

बुश के मालिक एडवोकेट पटेल शरद कुमार चौधरी ने बताया कि मंगलवार शाम पोस्टमार्टम के बाद मिली बुश की बॉडी का अंतिम संस्कार पुलिस सुरक्षा और सैकड़ों वकीलों की उपस्थिति में हनुमान सेतु के करीब गोमती नदी के किनारे कर दिया गया। वहीं, पुलिस ने बताया कि बुश के पोस्टमार्टम में उसकी मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। जिस वजह से उसका विसरा प्रिजर्व कर लिया गया है।