क्या कभी आपने बिल्ली, चूहों और कबूतरों के कत्ल के केस के बारे में सुना है. अगर नहीं सुना है तो अब सुनिए, मुंबई के अंधेरी में रहने वाले एक शख्स ने कुछ इसी तरह का केस अपने पड़ोसियों पर दायर किया है. बुधवार को अंधेरी की श्री गीतांजली सोसाइटी में रहने वाले लोगों के खिलाफ इस सोसाइटी में ही रहने वाले सुधांशु और आरती गुप्ता ने इन जानवरों के मर्डर का केस दर्ज कराया है. सोसाइटी के लोग कंपाउंड में बिल्ली और उसके छह बच्चों के साथ ही चूहों और कबूतर की लाशें मिलने से परेशान तो थे ही अब इस केस ने उनकी परेशानी और बढ़ा दी है.

गुस्से में मार डाला

आरती और सुधांशु की तरफ से फाइल किया गया केस यहां रहने वाले लोगों के गले की हड्डी बन गया है. आरती गुप्ता के मुताबिक इन जानवरों को यहां रहने वाले लोगों ने गुस्से में आकर मर्डर कर दिया. आरती के मुताबिक सोसाइटी के लोगों ने इन्हें मार डाला है क्योंकि बिल्ली और उसके बच्चे काफी हेल्दी थे और लोग हर बार इन बिल्लियों को अपनी परेशानी की सबसे बड़ी वजह बताते थे.

आरती ने बताया कि लोगों ने पहले भी इन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिशें की है. उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई है कि अचानक बिल्लियां कैसे मर गईं जबकि चूहे और कबूतर भी उसी जगह पर मरे पाए गए हैं. आरती और उनके पति सुधांशु ने वर्सोवा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने कहा कि वो पहले बीएमसी की बांबे सोसाइटी फॉर प्रीवेंशन ऑफ क्रूएल्टी टू एनीमल्स (बीएसपीसीए) में एक कंप्लेंट दर्ज कराएं. बीएमसी ने भी इस तरह की शिकायत की पुष्टि की है.

They are happy

इस बारे में सोसाइटी के लोगों का कहना था कि बिल्लियों की मौत का उनसे कोई लेना देना नहीं है, लेकिन वो खुश हैं कि वो मर गईं. बिल्लियों के रहते वो अपने घर की खिड़कियों को खोल कर रख ही नहीं सकते थे क्योंकि वो खाने-पीने का सारा सामान चट कर जाती थीं. अब जबकि वो मर गई हैं उन्हें पहले से ज्यादा सुकून है. उनके मुताबिक उन्होंने आरती से कई बार शिकायत की कि वो अपनी बिल्लियों को खुला न छोड़ें क्योंकि वो इन बिल्लियों को आसरा और खाना पीना देती थीं. उन्होंने हर बार इन शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया.

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