RANCHI : रविवार की रात एक बार फिर तुपुदाना एरिया में एक व्यक्ति की लाश मिली। पुलिस ने केरकेट्टा जंगल से 45 वर्षीय लक्ष्मण मुंडा का शव बरामद किया है। पहले उसकी पत्थर से कूचकर हत्या की गई, फिर टांगी से काट डाला गया। तुपुदाना थाना पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है।

और नहीं आया घर

तुपुदाना के मेढ़ा गांव निवासी सह पाहन लक्ष्मण मुंडा रविवार की शाम घर में यह कहकर निकला था कि वह थोड़ी देर में आ रहा है। पर, रात भर वह नहीं आया। सुबह के वक्त जब परिजन उसकी तलाश में गए तो पाया कि केरकेट्टा गांव में उसकी लाश पड़ी है। उसके शरीर पर कई जगह जख्म के निशान पाए गए। इसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना तुपुदाना ओपी प्रभारी मनोज कुमार को दी। मनोज कुमार सदल- बल घटनास्थल पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में कर लिया। इस बाबत लक्ष्मण मुंडा की मां सुनिया देवी ने अज्ञात पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है।

आपसी विवाद में हत्या होने की आशंका

थाना प्रभारी ने बताया कि दिसंबर, 2013 में उसका छोटा भाई एक महिला की हत्या के आरोप में जेल में बंद है। इसे लेकर लक्ष्मण मुंडा को धमकी मिलती थी कि उसके परिवार को बर्बाद कर देंगे। पुलिस ने आशंका व्यक्त की है कि आपसी विवाद में ही लक्ष्मण मुंडा की हत्या कर दी गई है।

2012 में भाई की हुई थी हत्या

बताया जाता है कि लक्ष्मण मुंडा के भाई एतवा मुंडा की हत्या नामकुम थाना एरिया के तुंजू गांव में कर दी गई थी। वह क्रिमिनल था और लखन सिंह गिरोह का मेंबर था। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

पीएलएफआई पर भी शक

सूत्रों की मानें तो रविवार की शाम लक्ष्मण मुंडा साइकिल से कहीं जा रहा था। रास्ते में एक कार से उसकी टक्कर हो गई। इसके बाद कार सवार लोगों और लक्ष्मण के बीच विवाद शुरू हो गया। इसी बीच वे लोग लक्ष्मण को जंगल की ओर ले गए, जहां लक्ष्मण के तेज हथियार से गले पर वार किया गया और उसे मौत की घाट उतार दिया गया। सिटी एसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि प्रथम द्रष्टया में यह मामला पीएलएफआई से जुड़ा है, पर आपसी रंजिश के परिणाम के तहत पीएलएफआई के नाम जुड़ने की बात कही जा रही है।