RANCHI : फ्राइडे की रात क्रिमिनल्सन ने बेड़ो के मासू गांव में क्लास नाइन के स्टूडेंट आदित्य गोप समेत तीन युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद शवों को खेत में फेंक दिया गया। सुबह जब आसपास के लोगों ने तीनों युवकों के शवों को देखा तो आक्रोशित हो गए। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोगों ने गुमला-रांची एनएच ख्फ् को जाम कर दिया। इस दौरान लगभग तीन घंटे तक गाडि़यों का आवागमन बाधित रहा। जामकर्ता हत्यारों को पकड़ने, पीडि़त परिवारों को मुआवजा देने और टीओपी स्थापित करने की मांग कर रहे थे। ग्रामीण एसपी सुरेद्र कुमार झा और डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया।

हत्या के कारणों का खुलासा नहीं

मासू गांव के आदित्य गोप का परिवार बाहर गया हुआ था। फ्राइडे की रात आदित्य गोप, उपेंद्र महतो और जीतपाहन महतो एक ही घर में सोए हुए थे। देर रात क्रिमिनल्स ने उन्हें गोली मार दी और शव को घर से करीब दो सौ गज की दूरी पर स्थित एक खेत में ले जाकर फेंक दिया। उपेंद्र और जीतपाहन महतो पावर ग्रिड में मजदूरी करते थे। तीनों की हत्या किसने की और किन कारणों से हुई है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

जाम की सूचना पर पहुंचे बंधु

जाम की सूचना पाकर मांडर विधायक बंधु तिर्की बेड़ो के जरिया पहुंचे, जहां ग्रामीण शवों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। बंधु तिर्की ने डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन से मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख मुआवजा, इंदिरा आवास और सरकारी नौकरी देने व स्थायी टीओपी की मांग की है। ग्रामीण एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने लोगों को आश्वस्त किया कि वे उनकी मांगों को नियमानुसार पूरा कराने की कोशिश करेंगे।

'पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि मारे गए लोगों की दुश्मनी किसके साथ थी। गांव में उनकी हत्या हुई है तो हत्यारा गांव का या आसपास का ही होगा, जो यह जानता था कि तीनों एक घर में सोए हुए हैं.'

सुरेंद्र कुमार झा

ग्रामीण एसपी, रांची