मारपीट में कार्रवाई न होने से नाराज से ग्रामीण

KUMDA:

पंचायत चुनाव में एक माह पूर्व रास्ते के विवाद को लेकर गांव के एक

प्रत्याशी द्वारा दलितों को लाठी डंडे से पीटकर घायल कर दिया था। इस मामले में पीडि़त लालजी की पत्नी अमरावती देवी ने गांव के ही प्रधान समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मारपीट, जान से मारने की धमकी समेत एससीएसटी की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया था।

ग्रामीणों की नजर में पुलिस दोषी

ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस ने उक्त प्रकरण में कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में नामजद आरोपियों का मनोबल बढ़ा हुआ था, जिन्होंने आज ज्वाला की हत्या कर अपनी दबंगई साबित कर दी। इस बात को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश था। पुलिस के रवैए से महिलाएं आक्रोशित रहीं। दलित बस्ती पर हमला करने व महिलाओं को मारने पीटने के मामले में कार्रवाई न होने पर रविवार को घटना के बाद महिलाएं भी आक्रोशित हैं। महिलाओं का आरोप था कि स्थानीय पुलिस आरोपियों के इशारे पर काम करती है। ऐसे में पुलिस हमें न्याय नहीं दिला पाएगी। इस पर अपर पुलिस अधीक्षक ने उन्हें आश्वस्त करते हुए पूर्व में हुई घटना में कार्रवाई व हत्या में नामजद लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की बात कही।

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आरोपी की घर की ओर बढ़ रहे थे लोग

हथिगवां थाना क्षेत्र के सरैया प्रवेशपुर गांव में हुई ज्वाला की हत्या की जानकारी होते ही आसपास के गांव के सैकड़ों ग्रामीण लाठी डंडा लेकर मौके पर पहुंच गए। पहले तो ग्रामीण प्रशासन से ही दो-दो हाथ करने को तैयार थे, लेकिन कुछ स्थानीय लोगों के समझाने बुझाने के बाद उनका गुस्सा शांत हुआ। वह आरोपी के घर की तरफ बढ़ने लगे। यह देखकर अपर पुलिस अधीक्षक व कुछ ग्रामीणों ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया थोड़ी सी होती चूक तो बड़ा बवाल बढ़ होना तय था।