प्रीतम नगर में दोस्त ने ही प्रापर्टी डीलर की हत्या की, ईद पर आयोजित पार्टी में जुटे थे सभी

लाश को ठिकाने लगाकर हो गए फरार, पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ा, मुख्य आरोपी फरार

ALLAHABAD: ईद के मौके पर आयोजित शराब की पार्टी में दोस्ती के हाथ खून से लाल हो गए। पार्टी में हर्षोल्लास का माहौल था। सभी खाने पीने में मशगूल थे। अचानक शराब के नशे में एक दोस्त ने विवेक सिंह उर्फ सनी (28) को लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार दी। फिर वहां मौजूद अन्य दोस्तों के साथ लाश को थरवई स्थित गेट नम्बर चालीस के पास ठिकाने लगा दिया। दूसरे दिन पूछताछ के लिए पुलिस ने जब सनी के दोस्तों को उठाया तो राज बेनकाब हो गया। पकड़े गएदोस्तों की निशानदेही पर पुलिस ने सनी की लाश थरवई स्थित चालीस नम्बर गुमटी के पास से बरामद कर ली है। मृतक के भाई अमित ने हत्या की लिखित तहरीर पुलिस को दी है। मामले में तीन दोस्त पकड़े गए हैं, जबकि मुख्य आरोपी फरार है।

भाई ने दी पुलिस को तहरीर

धूमनगंज के रम्मन का पुरवा निवासी इंद्रदेव सिंह आरईएस विभाग में इंजीनियर हैं। उनके तीन बेटों में विवेक उर्फ सनी सबसे छोटा था। वह एरिया में रहने वाले एक ग्राम प्रधान के साथ प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था। सोमवार की सुबह करीब नौ बजे मां निर्मला सिंह को बताकर घर से निकला तो वापस नहीं आया। पुलिस के अनुसार शाम को सनी प्रीतम नगर मोहल्ला निवासी मनोज सिंह के जीजा के खाली मकान में आयोजित पार्टी में गया था। पार्टी में पहले से ही मनोज, नरेन्द्र अमरदीप उर्फ राजू मौजूद थे। वहां सभी ने मिलकर शराब पी और मुर्गा खाया। रात करीब साढ़े 11 बजे टैगोर टाउन निवासी सिद्धार्थ सिंह वहां पहुंचा। सिद्धार्थ ने भी शराब पी। इसी दौरान सिद्धार्थ का मोबाइल कहीं गायब हो गया। इसे लेकर उसकी सनी से कहासुनी और फिर मारपीट हुई। अचानक सिद्धार्थ ने लाइसेंसी पिस्टल से सनी को कई गोलियां मार दी। सनी की मौके पर ही मौत हो गई। मौत के बाद सिद्धार्थ ने मनोज, नरेंद्र और राजू की मदद से लाश को अपनी कार में रखकर थरवई थाना क्षेत्र के 40 नंबर गुमटी के पास सड़क किनारे फेंक दिया।

परिवार वाले रात ढूंढ़ते रहे

देर रात तक सनी वापस घर नहीं लौटा तो परिवार के लोग ढूंढ़ने निकले। जब कहीं पता नहीं चला तो भाई अमित सिंह व नवीन ने थाने पर उसके गायब होने की सूचना दी। इंस्पेक्टर अरुण त्यागी ने संदेह के आधार पर दोस्तों को पकड़ा और कड़ाई से पूछताछ की तो हत्या का खुलासा हो गया। उनकी निशानदेही पर लाश बरामद की गई। विवेक की मौत से उसके घर में मातम पसर गया। रिश्तेदारों ने बताया कि विवेक के पिता इंजीनियर इंद्रदेव ढाई साल से लापता हैं। उस वक्त वे बरेली में तैनात थे।

पार्टी में मोबाइल चोरी को लेकर विवाद हुआ। सिद्धार्थ ने पिस्टल से सनी को गोली मार दी। इसके बाद दोस्तों के साथ लाश को ठिकाने लगा दिया। मृतक के भाई की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर तीन दोस्तों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही है।

डीपी तिवारी, सीओ, सिविल लाइंस