वार्ड संख्या - 58, शाहदाना

वार्ड सभासद - मंजू देवी, इंटरमीडिएट

जनसंख्या - 25,000

वोटर्स - 8000

वार्ड में मोहल्ले - गंगापुर, शाहदाना, बाग अहमद अली, आंशिक मठ की चौकी

BAREILLY:

शाहदाना में फिलहाल अभी फ्लाईओवर का निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में, शाहदाना से इतर इस वार्ड में सम्मिलित मोहल्लों का रुख किया गया। गंगापुर पहुंचते ही सबसे पहले चोक नाला और उफनती नालियां मिलीं। दिन में जलती स्ट्रीट लाइट और रोड पर बने अवैध तबेलों की बदबू से सामना हुआ। निवासियों के मुताबिक यहां मूलभूत सुविधाओं की कमी नहीं है, पर यहां अवैध कब्जेदार और हर कोई अपने मनमुताबिक काम करना चाहता है। जिसके चलते यहां कूड़ा और जगह-जगह गंदगी का अम्बार लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि पार्षद ने करीब 6 इंटरलॉकिंग सड़कें बनवाई हैं पर अब वह उखड़ने लगी हैं। सफाई का सच यह है कि नालियां और सीवर तो होती हैं, लेकिन उनका सिल्ट सड़क पर छोड़ जाते हैं, जिससे गंदगी फिर हो जाती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के वार्ड स्कैन मुहिम के तहत शाहदाना वार्ड के निवासियों से उनकी समस्याएं उन्हीं की जुबानी जानी

हक और हकीकत

कचरे से पटी सड़क

गंगापुर वार्ड में सिकलापुर की ओर से प्रवेश करते ही नालियां सड़कों पर बहती हुई मिली। पास ही खड़े लोगों से बात की तो उसने कहा कि यहां यही हाल रहता है। पार्षद ने काम तो कराए हैं पर उनके खिलाफ बोलना ठीक नहीं। अब चुनाव होने जा रहा है, पार्षद को बताएंगे कि विकास के लिए वोट दिया था न कि इलाके में जलभराव के लिए। अधिकारी भी निवासियों की नहीं सुनते।

तबेले कर रहे चोक

दुधारू पशुओं की इस कॉलोनी में भरमार है। करीब 12 बड़े तबेला संचालक हैं, जो जानवरों के अपशिष्ट को नाले नालियों में बहाते हैं। जिसके चलते नाले अक्सर चोक और इलाके में बदबू से लोग समेत राहगीर परेशान रहते हैं। तबेले स्कूलों में भी संचालित हो रहे हैं। सड़कों पर भी जानवरों का जमावड़ा और तबेला संचालन किया जा रहा है।

उफना रही नालियां

यहां के निवासियों और सफाईकर्मी अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिए हैं, जिसकी वजह से यहां के नाले नालियां उफना रहीं हैं। घरों से निकला अपशिष्ट ही नालों को चोक किये है। कुछ निवासियों का कहना है कि यहां की ज्यादातर समस्याओं के जिम्मेदार निवासी खुद भी हैं। सफाई के प्रति पार्षद ने अभियान चलाया था, पर उसका कहीं कोई असर नहीं दिखाई दिया।

दिन में जलती स्ट्रीट लाइट

यहां दिन में स्ट्रीट लाइट जलती मिली। निवासियों ने बताया कि यहां रात करीब प्रत्येक सड़क पर लगाई गई स्ट्रीट लाइट में से ज्यादातर स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हुई हैं, जो हैं वह दिन और रात चौबीसों घंटे जलती रहती हैं। बिजली विभाग ने सफाई नायक को ही जलाने बुझाने की जिम्मेदारी सौंपी है। पर वह अक्सर गायब ही रहता है।

कटियाबाजों की भरमार

यहां काफी संख्या में कटियाबाजों ने अपनी मनमानी कर रखी है। नाम न छापने की शर्त पर एक निवासी ने बताया कि यहां दिन में तो कहीं कहीं ही कटिया लगाई जाती है। पर रात में करीब 80 परसेंट घर बिजली कनेक्शन से नहीं बल्कि कटिया लगाकर चोरी की गई बिजली से रौशन हो रहे हैं। इसकी शिकायत कोई करता भी नहीं है।

पब्लिक डिमांड

- मुख्यमार्गो डलावघर न बनें

- सड़कें अतिक्रमण, गड्ढामुक्त हों

- वार्ड में एक अदद पार्क की मांग

- तबेलों को यहां से शिफ्ट किया जाय

- कूड़ा वाहन चालकों की मनमानी बंद हो

- सड़कों पर नियमित झाडू लगाई जाए

वॉर्ड बोलता है

इलाके में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। पार्षद ने कई निर्माण कार्य कराए पर अब वह जर्जर हो चुके हैं। पार्षद समेत नगर निगम के अधिकारियों से मुलाकात कर गंदगी को हटवाने के लिए कहा गया पर हुआ कुछ नहीं।

पुलकित अग्रवाल, निवासी

साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं बेहतर हैं। पर चोक नाला की सफाई न होने से काफी प्रॉब्लम होती है। गंगापुर की एक सड़क ही सफाईकर्मियों ने डलावघर में तब्दील कर दी है।

दुर्गा प्रसाद, निवासी

वार्ड में पार्षद ने कई विकास कार्य कराए हैं। चोक नाला और कूड़ा निस्तारण बड़ी समस्या है। डोर टू डोर योजना यहां चल रही थी पर उसका कोई खास फायदा नहीं हुआ। सफाईकर्मी हैं पर वह मनमानी करते हैं।

कपिल देव, निवासी

कितनी ही बार नाला नालियों की सफाई के लिए अप्लीकेशन लगाई गई है। फिर भी हालात जस की तस हैं। पार्षद भी यहां आती हैं। वह समस्याओं से वाकिफ हैं, पूछो तो पता चलता है कि प्रस्ताव लगा दिया गया है।

जूही अग्रवाल, निवासी

जवाब दो पार्षद जी

रिपोर्टर - अतिक्रमण हटाने के लिए क्या प्रयास हो रहे हैं?

पार्षद - गंगापुर, शाहदाना अतिक्रमण की चपेट में है। यहां ट्रक ओनर्स ने अवैध पार्किंग बना रखी है, जिसके चलते आए दिन वार्ड में जाम लगा रहता है। अधिकारियों को बताया पर उन्होंने सिर्फ आश्वासन ही दिया।

रिपोर्टर - तबेलों को हटाने के लिए क्या किया?

पार्षद - तबेले हटाने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। तबेला संचालक गोबर व अन्य अपशिष्ट को नालों में बहाते हैं, जिसकी वजह से नाला चोक हो रहा है। एरिया में भी लोग बदबू से परेशान हैं।

रिपोर्टर - कूड़ा कचरा निस्तारण के लिए क्या किया आपने?

पार्षद - नगर निगम के अधिकारियों को सफाईकर्मियों की हकीकत के बारे में बताया तो उन्होंने सुबूत मांगे। सुबूत दिए तो कार्रवाई कर एक सफाई कर्मी को हटा दिया पर जो नया सफाई नायक आया है वह भी कुछ नहीं कर रहा है, जिससे सड़कों पर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं।

रिपोर्टर - इलाके में जलभराव खत्म करने की क्या योजना है?

पार्षद - वार्ड में कई मोहल्ले जलभराव से त्रस्त हैं। कुछ जिम्मेदारी नगर निगम और पार्षद की है तो वहीं, कुछ जिम्मेदार नागरिक भी हैं। जो पॉलीथिन व अन्य सामान नालियों में फेंक देते हैं जिससे चोक की समस्या होती है।