लेट फॉर्म पहुंचने से संविदा सफाई कर्मी बनने का नहीं मिला मौका

नगर निगम ने 13 के बाद पहुंचे फार्मो को लेने से किया इनकार

ALLAHABAD: नगर निगम में संविदा सफाई कर्मचारियों के 916 पदों के लिए जहां करीब एक लाख 10 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन नगर निगम में पहुंच चुके हैं। करीब 40 हजार आवेदकों के फार्म डाक विभाग ने नगर निगम में पहुंचाने के बजाय अभ्यर्थियों के घर वापस भेज दिए। 40 हजार से अधिक आवेदक भर्ती की लड़ाई में शामिल होने से पहले ही छंट गए।

समय से नहीं पहुंचे फार्म

डाक विभाग ने संविदा भर्ती के लिए आए 40 हजार से अधिक आवेदन फार्मो को इसलिए लौटा दिया, क्योंकि आवेदन फार्म 16 व 17 अगस्त को डाक कार्यालय में पहुंचे। फार्मो को जमा करने की अंतिम डेट नगर निगम ने 13 अगस्त को शाम पांच बजे तक निर्धारित कर रखी थी। डाक विभाग को यह आदेश दिया गया था कि 13 अगस्त की शाम पांच बजे तक नगर निगम इलाहाबाद के कार्यालय में पहुंचे फार्मो को ही स्वीकार किया जाएगा।

अंतिम डेट पर आए अधिक आवेदन

नगर निगम ने आवेदन के लिए 13 अगस्त लास्ट डेट निर्धारित कर रखा था, लेकिन अंतिम डेट पर ही स्थानीय अभ्यर्थियों के साथ ही लखनऊ, भदोही, मिर्जापुर, फतेहपुर, कानपुर आदि जिलों से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने संविदा सफाई कर्मचारी के लिए आवेदन किया। 13 अगस्त को स्पीड पोस्ट व रजिस्ट्री किए गए फार्मो को डाक विभाग में पहुंचने और प्रॉसेस में दो से तीन दिन का समय लग गया। नगर आयुक्त के आदेश को मानते हुए डाक विभाग ने आवेदन फार्मो को नगर निगम में भेजना चाहा तो नगर निगम के अधिकारियों ने फार्म स्वीकार करने से इनकार कर दिया। जिस पर डाक विभाग ने सभी अभ्यर्थियों के आवेदन को लौटा दिया।

अब नगर निगम के लगा रहे हैं चक्कर

13 अगस्त को दिन में ही आवेदन स्पीड पोस्ट करने वाले अभ्यर्थी फार्म मिलने के बाद अब नगर निगम पहुंच कर अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। फार्म निरस्त होने का कारण पूछ रहे हैं। सवाल कर रहे हैं कि जब 13 अगस्त को स्पीड पोस्ट किए गए फार्म स्वीकार नहीं किए जाते तो फिर स्पीड पोस्ट करते समय मना क्यों नहीं किया गया। जिस पर उन्हें कहा गया कि यह सवाल डाक विभाग से पूछिये।

आवेदन फार्म लौटने के लिए वे लोग खुद जिम्मेदार हैं, जिन्होंने विलंब से या फिर अंतिम डेट में आवेदन किया। निर्धारित था कि 13 अगस्त की शाम पांच बजे तक जो फार्म नगर निगम कार्यालय पहुंच जाएंगे। केवल उन्हें ही स्वीकार किया जाएगा।

शेषमणि पांडेय

नगर आयुक्त, नगर निगम