- पेंशन योजना का तीसरी बार बदला जाएगा नाम

- पहले महामाया फिर समाजवादी और अब मुख्यमंत्री पेंशन योजना होगा नाम

- इस स्कीम में पेंशन की राशि बढ़ने की उम्मीद

GORAKHPUR: सूबे में सरकार बदलने के बाद पिछली योजनाओं को लेकर उठापटक शुरू हो चुकी है। सीएम के तौर पर योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार ने जहां समाजवादी पार्टी की कई योजनाओं पर ब्रेक लगा दिया है, वहीं कई स्कीम्स को मॉडिफाइड कर रीलांच की तैयारी की जा रही है। मंगलवार को हुई कैबिनेट की मीटिंग में जिस समाजवादी पेंशन स्कीम को बंद करने की बात की जा रही है, वह भी रीलांच की लिस्ट में शामिल है। सोर्सेज की मानें तो अब यह स्कीम 'समाजवादी पेंशन' की जगह 'मुख्यमंत्री पेंशन योजना' के नाम से जानी जाएगी। 2012 से अब तक यह तीसरा मौका है, जब इस स्कीम का नाम बदला जाएगा। इस स्कीम में अमाउंट भी डबल होने की उम्मीद है।

बीएसपी ने शुरू की थी स्कीम

साल 2007 से 2012 तक शासन के दौरान बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने पेंशन स्कीम शुरू की थी। इसका नाम माहामाया पेंशन योजना रखा गया था। 2012 में बसपा का शासन खत्म होने के बाद समाजवादी पार्टी सत्ता में आई, जिसके बाद योजनाओं के दोबारा नामकरण का सिलसिला का सिलसिला शुरू हुआ। सत्ता परिवर्तन के बाद अखिलेश सरकार ने बसपा सरकार की कई योजनाओं को सपाई रंग में ढाल दिया। इसमें महामाया पेंशन स्कीम का नाम बदलकर समाजवादी पेंशन योजना रख दिया गया। इसमें लाभार्थियों को करीब दो साल तक इसका फायदा नहीं मिला। आए दिन समाज कल्याण विभाग में हंगामा और घेराव का सिलसिला चला।

जांच के बाद घट गए नाम

बसपा सरकार में शुरू हुई पेंशन स्कीम में कितने पात्र सही है, सपा सरकार ने इसकी जांच कराई। इसमें शुरुआती दौर में एक लाख से ज्यादा लोगों को इसका फायदा मिल रहा था। मगर सर्वे के बाद लाभार्थियों का ग्राफ काफी नीचे आ गया। इस वक्त इस स्कीम का करीब 67000 लोगों को फायदा मिल रहा है। सत्ता में आई नई सरकार का फैसला आने के बाद इन लोगों को भी फिलहाल इस योजना का फायदा नहीं मिलेगा।

रीलांचिंग के बाद मिलेगा फायदा

इस मामले में संबंधित विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस स्कीम को अब फिर से लांच किया जाएगा। इसका नाम बदलकर जहां 'मुख्यमंत्री पेंशन योजना' रखा जाएगा, वहीं इसमें दिया जाने वाला अमाउंट भी सरकार के वादे के मुताबिक दोगुना करने की तैयारी चल रही है। मगर इससे पहले इस स्कीम का फायदा उठा रहे लोगों की जांच कराई जाएगी, अगर कोई गलत व्यक्ति इस स्कीम का फायदा उठा रहा है, तो उस पर कार्रवाई भी तय है। वहीं जो लोग किन्हीं कारणों से छूट गए हैं, उनकी जांच कर उन्हें भी इस लिस्ट में शामिल किए जाने की तैयारी है।