- 80 फीसद मंत्री हैं करोड़पति तो 45 फीसद दागी छवि वाले

- 20 मंत्रियों के खिलाफ दर्ज हैं आपराधिक मुकदमे, 44 मंत्री करोड़पति

- सबसे अमीर मंत्री नंद गोपाल नंदी तो सबसे गरीब गिरीश चंद्र यादव

नंद गोपाल नंदी सबसे अमीर

योगी मंत्रिमंडल में नंद कुमार नंदी सबसे अमीर मंत्रियों में हैं। उनकी कुल संपत्ति करीब 57 करोड़ रुपये है। इसके बाद सिद्धार्थनाथ सिंह का नंबर आता है जो पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाती हैं। इलाहाबाद पश्चिमी से चुनाव जीतने वाले सिद्धार्थनाथ सिंह ने अपनी कुल संपत्ति 22 करोड़ रुपये दर्शाई है। इसके बाद कानपुर के महराजपुर से विधायक सतीश महाना का नंबर आता है जिनकी कुल संपत्ति 20 करोड़ रुपये है। वहीं सबसे गरीब मंत्रियों की बात करे तो जौनपुर शहर से जीतकर आए गिरीश चंद्र यादव सबसे गरीब मंत्रियो में से हैं। उनकी कुल चल-अचल संपत्ति महज 13 लाख रुपये है। इसके बाद वाराणसी के शिवपुर से चुने गये अनिल राजभर हैं जिन्होंने अपनी कुल संपत्ति 35 लाख रुपये दर्शाई है। तीसरे नंबर पर वाराणसी दक्षिण के विधायक नीलकंठ तिवारी हैं जिनकी कुल संपत्ति 38 लाख रुपये है।

 

केशव पर सबसे ज्यादा केस

आपराधिक मुकदमों की बात करें तो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर सबसे ज्यादा 11 मुकदमे दर्ज हैं। इसके बाद नंद गोपाल नंदी पर सात, एसपी सिंह बघेल पर सात, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीन, दारा सिंह चौहान पर दो, उपेंद्र तिवारी पर छह, सुरेश राणा पर चार, सूर्य प्रताप शाही पर तीन, भूपेंद्र पर दो, गिरीश यादव पर एक केस दर्ज है। इसी तरह मनोहर लाल, बृजेश पाठक, ओमप्रकाश राजभर, स्वामी प्रसाद मौर्य, डॉ। रीता बहुगुणा जोशी, अनिल, आशुतोष टंडन, धर्मपाल सिंह, सतीश महाना और नीलकंठ पर एक केस दर्ज है। गौरतलब है कि ज्यादातर के खिलाफ दर्ज केस राजनैतिक आंदोलनों के तहत दर्ज किए गये हैं।

 

फैक्ट फाइल

- 3 मंत्री हाईस्कूल पास

- 4 मंत्री इंटरमीडिएट पास

- 13 मंत्री ग्रेजुएट

- 20 मंत्री पोस्ट ग्रेजुएट

- 4 मंत्री डाक्टरेट कर चुके हैं

- 18 मंत्रियों की उम्र 25 से 50 साल के बीच

- 25 मंत्री 51 से 50 साल के बीच के

 

टॉप टेन अमीर मंत्री

1. नंद गोपाल नंदी - 57 करोड़

2. सिद्धार्थनाथ सिंह - 22 करोड़

3. सतीश महाना - 20 करोड़

4. अतुल गर्ग - 12 करोड़

5. सत्येदव पचौरी - 11 करोड़

6. राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती बाबू - 9 करोड़

7. केशव प्रसाद मौर्य - 9 करोड़

8. जय प्रताप सिंह - 7 करोड़

9. चेतन चौहान - 6 करोड़

10. डॉ। धर्म सिंह सैनी - 6 करोड़