- बाबा केदार के दर्शन कर पीएम मोदी ने किया 2022 तक ¨हदुस्तान को सिरमौर बनाने का संकल्प
- पीएम मोदी ने नई केदारपुरी का किया शिलान्यास
जन सेवा ही प्रभु सेवा
दीपावली के एक दिन बाद शुक्रवार को बाबा केदारनाथ के दर्शन और नई केदारपुरी के शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा भोले की धरती से अपने नए संकल्प का उद्घोष किया। उन्होंने कहा कि बाबा ने एक बार फिर उन्हें बुलाया है। केदारनाथ के समीप गरुड़ चट्टी में बिताए गए अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि वह बाबा की धरती में रम गए थे। शायद बाबा केदारनाथ ने तय किया है कि वे सवा सौ करोड़ देशवासियों की सेवा करें।
2020 के बहाने 2019 पर नजर
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव का जिक्र तो नहीं किया, लेकिन 2022 के बहाने उन्होंने 2019 को लेकर अपनी मंशा भी साफ कर दी। उन्होंने कहा कि 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं। हर ¨हदुस्तानी देश को दुनिया में सिरमौर देखना चाहता है। भोले बाबा के आशीर्वाद से वह इस संकल्प को पूरा करने में जुटेंगे। उन्होंने विकास की अपनी मुहिम को स्वच्छता खासतौर पर शौचालय निर्माण की मुहिम से जोड़ा। खुले में शौच से मुक्ति को मिशन मोड में कार्य करने पर जोर देते हुए उन्होंने उत्तराखंड में ग्रामीण क्षेत्रों में इस दिशा में प्रगति की प्रशंसा की। साथ ही उत्तरप्रदेश में योगी सरकार के शौचालय के नए नामकरण 'इज्जत घर' के फैसले को भी सराहा।
राज्यों के बीच हो विकास की होड़
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्यों के बीच विकास को लेकर होड़ तेज होनी चाहिए। गरीबों को चूल्हे से निजात दिलाने को उज्जवला योजना हो अथवा गरीब घरों में बिजली पहुंचानी हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास की नई ऊचाइयां छूने के लिए राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा आवश्यक है।
गढ़वाली बोली से जीता दिल
गढ़वाली में संबोधन की शुरुआत कर पीएम मोदी ने राज्यवासियों के दिलों में दस्तक दी। उन्होंने कहा कि भव्य और दिव्य केदारपुरी का निर्माण देशवासियों का सपना है। उत्तराखंड की धरती पर होने वाला यह कार्य देश के जन-जन के लिए हो रहा है।
पानी और जवानी आएगी काम
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहाड़ का पानी और जवानी पहाड़ के काम नहीं आने की कहावत को बदलने का बीड़ा उन्होंने उठाया है। पहाड़ का पानी अब बिजली उत्पादन, पर्यटक स्थलों के विकास, एडवेंचर टूरिज्म के रूप में यहां के काम आएगा। वहीं जवानी को पहाड़ की ओर मोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने 12000 करोड़ की ऑलवेदर रोड जैसी योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने सिक्किम की तर्ज पर उत्तराखंड को भी ऑर्गेनिक स्टेट बनाने के लिए अफसरों से भी सहयोग मांगा।
यूपीए सरकार पर निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2013 की आपदा के बहाने केंद्र की पिछली यूपीए सरकार पर निशाना साधा। कहा कि गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने आपदा की संवेदना महसूस कर इस दिशा में हाथ बढ़ाया था। हालांकि, एक राज्य का मुख्यमंत्री होने के नाते दूसरे राज्य में अतिक्रमण करने की उनकी मंशा कतई नहीं थी। तत्कालीन राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण में गुजरात के सहयोग पर हामी भर दी थी, लेकिन बाद में दिल्ली में बैठे लोगों को यह रास नहीं आया। नई केदारपुरी के शिलान्यास के मौके पर राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पाल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, काबीना मंत्री प्रकाश पंत, राज्यमंत्री डॉ धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट समेत कई लोग मौजूद थे।
मोदी को सुनने गुजरात से पहुंचे दो सौ लोग
केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सुनने के लिए गुजरात से दो सौ यात्रियों को जत्था केदारनाथ पहुंचा था। दो दिन पूर्व केदारनाथ पहुंचे इस यात्रियों के दल ने केदारनाथ के दर्शन करने के बाद मोदी के भाषण को शालीनता से सुना। मोदी-मोदी के जमकर नारे भी लगाए।
मंदिर के पीछे न हो कोई निर्माण
केदारनाथ में पूजा-अर्चना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां चल रहे निर्माण कार्यो का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को सुझाव दिया कि मंदिर के पीछे कोई निर्माण कार्य न कराया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यो को कराते वक्त केदारनाथ की प्राकृतिक छटा और पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। मंदिर के भीतर 25 मिनट बिताने के बाद उन्होंने नंगे पांव परिक्रमा की। इसके बाद वह राज्यपाल केके पाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ मंदिर के पृष्ठ भाग में गए और दिव्य शिला के भी दर्शन किए।
4108 यात्रियों ने किए केदार के दर्शन
शुक्रवार को 4108 यात्रियों ने केदारनाथ पहुंचकर भोले बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद लिया है। वहीं गौरीकुंड से लगभग पांच सौ यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई। केदारनाथ आपदा के बाद पहली बार रिकॉर्डतोड़ यात्री केदारनाथ धाम पहुंचे हैं। शुक्रवार को पूरे दिनभर 4108 यात्रियों ने केदारनाथ पहुंचकर भोले बाबा के दर्शन किए हैं। कपाट खुलने से अब तक 4,69235 यात्री भोले बाबा के दर्शन कर चुके हैं।